स्वदेश दर्शन 2.0 के अन्तर्गत काँगड़ा जिला की पौंग डैम झील को “डेस्टिनेशन “के तौर पर विकसित करने का फैसला
(Dharamshala News) आज समाज-धर्मशाला। केन्द्रीय पर्यटन मन्त्री गजेंद्र सिंह शेखावत (Union Tourism Minister Gajendra Singh Shekhawat) ने लोकसभा सांसद डॉक्टर राजीव भारद्वाज (Lok Sabha MP Dr. Rajeev Bhardwaj) को बताया की भारत सरकार ने स्वदेश दर्शन 2.0 (Swadesh Darshan 2.0) के अन्तर्गत काँगड़ा जिला की पौंग डैम झील को “डेस्टिनेशन “के तौर पर विकसित करने का फैसला किया है।
सभी स्थलों का चयन देश में दीर्धकालिक और उत्तरदायी पर्यटन को बढ़ाबा देने की लिए किया गया
उन्होंने बताया की स्वदेश दर्शन 2.0 के अन्तर्गत लाहौल स्पीति जिला के काज़ा स्थल को कल्चर और हेरिटेज कैटागरी में “चैलेंज बेस्ड डेस्टिनेशन डेवलपमेंट“ (Kaza site of Lahaul Spiti district has been awarded “Challenge Based Destination Development” in the Culture and Heritage category) के तौर पर चयनित किया गया है जबकि रकछम-छितकुल को वाइब्रेंट विलेज कैटागरी (Vibrant Village Category to Rakcham-Chitkul) में विकसित करने के लिए चुना गया है।
उन्होंने बताया की इन सभी स्थलों का चयन देश में दीर्धकालिक और उत्तरदायी पर्यटन को बढ़ाबा देने की लिए किया गया है।
स्वदेश दर्शन योजना के अंतर्गत वर्ष 2016 -17 के दौरान हिमालयन सर्किट परियोजना स्वीकृत की गई
उन्होंने बताया की स्वदेश दर्शन योजना के अंतर्गत वर्ष 2016 -17 के दौरान कियारीघाट, शिमला, मनाली, हाटकोटी, काँगड़ा, धर्मशाला, बीड़, पालमपुर और चम्बा पर्यटक स्थलों को विकसित करने के लिए 68.34 करोड़ रूपये की हिमालयन सर्किट परियोजना स्वीकृत की गई है।
नर्सिंग कॉले केन्द्रीय प्रायोजित योजना के अन्तर्गत खोले जायेंगे
राज्यसभा सदस्य इन्दु बाला गोस्वामी के पूछे प्रश्न में केन्द्रीय स्वास्थ्य राज्य मन्त्री अनुप्रिया पटेल (Union Minister of State for Health Anupriya Patel) ने राज्यसभा में बताया की केन्द्र सरकार ने नर्सिंग शिक्षा (nursing education) को बढ़ाबा देने के लिए मेडिकल कॉलेज की को-लोकेशन के साथ चम्बा, हमीरपुर और सिरमौर में नर्सिंग कॉलेज खोलने की स्वीकृति प्रदान की है।
उन्होंने बताया की यह नर्सिंग कॉले केन्द्रीय प्रायोजित योजना के अन्तर्गत खोले जायेंगे, जिसके अन्तर्गत विशेष श्रेणी के राज्यों के लिए केन्द्र और राज्यों की हिस्सेदारी क्रमश 90 :10 के अनुपात में होगी।
केन्द्र सरकार ने हिमाचल प्रदेश के कुल्लू (भून्तर), गग्गल और शिमला हवाई अड्डों को कृषि उड़ान योजना के अन्तर्गत चिह्नित किया
केन्द्रीय नागरिक उड्डयन राज्य मंत्री मुरलीधर मोहोल (Union Minister of State for Civil Aviation Muralidhar Mohol) ने राज्य सभा सदस्य इन्दु बाला गोस्वामी को संसद में एक प्रर्शन के उत्तर में बताया की केन्द्र सरकार ने हिमाचल प्रदेश के कुल्लू (भून्तर), गग्गल और शिमला हवाई अड्डों को कृषि उड़ान योजना के अन्तर्गत चिह्नित किया है।
उन्होंने बताया की इन हवाई अड्डों को पहाड़ी और जनजातीय क्षेत्रों में पैदा होने वाले कृषि उत्पादों को तत्काल प्रभाव से प्रभावी और निर्बाध तरीके से मार्किट में पहुंचाने के लिए वायुयान मार्ग का उपयोग करने के लिए कृषि उड़ान योजना के अन्तर्गत चिह्नित किया है। उन्होंने बताया की कृषि उड़ान योजना के अन्तर्गत सभी खराब होने बाली फसलों को कबर किया गया है जिसमे बागबानी, मछली , पशुधन और प्रोसेस्ड उत्पादों को शामिल किया गया है।
उन्होंने बताया की पुरे देश में कृषि उड़ान योजना के अन्तर्गत 58 एयरपोर्ट्स को चुना गया है।