Aaj Samaj (आज समाज), DGP Dilbag Singh, श्रीनगर: जम्मू-कश्मीर के डीजीपी दिलबाग सिंह ने कहा है कि करीब एक दर्जन आतंकी उस क्षेत्र में सक्रिय हो सकते हैं, जहां पाकिस्तान से ड्रोन के जरिए हथियारों की सप्लाई हो रही है।
आतंकियों को आश्रय देने के आरोप में संदिग्धों से पूछताछ
डीजीपी ने कहा कि आतंकियों को आश्रय देने के लिए गिरफ्तार किए गए संदिग्धों में से एक नासिर अहमद है। आतंकवादी समर्थक नासिर अहमद और उसका परिवार, जो पहले से ही सुरक्षा बलों के रडार पर थे। उन्होंने आतंकियों को लॉजिस्टिक्स दिए थे। उससे पूछताछ के आधार पर पुलिस को आतंकी गतिविधियों के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी मिली है।
दहशतगर्दों को ट्रैक करने में अभी नहीं मिली मदद
डीजीपी ने कहा कि गिरफ्तारियों से आतंकियों को ट्रैक करने में ज्यादा मदद नहीं मिली है। असली सफलता तो तब मिलेगी जब हम हमले के लिए जिम्मेदार आतंकियों को बेअसर करने में सक्षम होंगे। उन्होंने कहा कि कम से कम एक दर्जन संदिग्धों को गिरफ्तार किया गया है। 200 से ज्यादा को आतंकवादी हमले के संबंध में पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया है।
खोजो और मारो अभियान जारी
बता दें कि जम्मू-कश्मीर के पुंछ में सेना के ट्रक पर हमला करने वाले आतंकियों की तलाश की जा रही है। इसके लिए स्पेशल टीम को लगाया गया है। इसमें हेलिकॉप्टर, ड्रोन और स्निफर डॉग की भी मदद ली जा रही है। यह खोजो और मारो अभियान है। यानी नजर आते ही आतंकियों को खत्म करने का आदेश है।
यह भी पढ़ें : Mukhtar Ansari Gangster Case: माफिया मुख्तार अंसारी को दस व बसपा सांसद अफजाल अंसारी को 4 साल की कैद
Connect With Us: Twitter Facebook