Aaj Samaj (आज समाज), पानीपत: रिफाइनरी टाउनशिप में अखंड बिहार सांस्कृतिक सोसायटी द्वारा आयोजित कार्यक्रम में छठ व्रतियों ने उगते सूर्य को अर्घ्य देकर अपना व्रत खोल लिया। सुधांशु शेखर, अजय बहादुर, शैलेंद्र सिंहा, अविनाश कुमार, राकेश सिंह, वंदना, प्रीति, राधिका, विनीता, ममता आदि छठ व्रतियों ने बताया कि मान्यता है कि भोर के समय सूर्य देव अपनी पत्नी उषा के साथ होते हैं। छठ पूजा में व्रती 36 घंटे का निर्जला व्रत रखते हैं और उषा अर्घ्य के बाद व्रत खोलते हैं। व्रती व्रत खोलने के लिए सबसे पहले पूजा में चढ़ाया हुआ ठेकुआ प्रसाद खाते हैं। उन्होंने बताया कि इसी प्रसाद से व्रत का पारण किया जाता है। सूर्य भगवान और उनकी बहन छठ मैया को प्रसन्न करने के लिए छठ व्रतियों ने 36 घंटे निर्जला व्रत के साथ 72 घंटे व्रत रखने के बाद सोमवार सुबह उगते सूर्य को अर्घ्य देकर अपना व्रत खोल लिया। उन्होंने बताया कि छठ व्रती छठ पूजा संतान प्राप्ति, उनकी लंबी आयु और सफलता के लिए करते हैं। इसके साथ ही रिफाइनरी के आसपास के गांवों में रहने वाले पश्चिमी उत्तर प्रदेश और बिहार के हजारों लोगों ने ददलाना नहर पर छठ पूजा की और उगते हुए सूर्य को अर्घ्य देकर अपना व्रत खोला।