गुरुग्राम। कोरोना वायरस (कोविड-19) नैस्कॉम सीओई से जुड़े स्टार्टअप्स ने कसी कमर, इस मुश्किल घड़ी में करेंगे चुनौतियों का सामना नैस्कॉम सीओई गुरुग्राम के ड्रोनमैप्स ने कोविड-19 रोगियों और उनकी गतिविधियों पर नजर रखने के लिए एक लाइव डैशबोर्ड विकसित किया है। नैस्कॉम हरियाणा और पंजाब सरकारों के साथ काम कर रहा है।
सीओई बैंगलोर के ब्लिंकइन ने शहर के लॉक होने के समय वुहान में कोविड-19 फील्ड अस्पताल में एयर हैंडलिंग यूनिट स्थापित करने के लिए रिमोट टेक सपोर्ट प्रदान किया है। इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय और नैस्कॉम की एक पहल नैस्कॉम सेंटर आॅफ एक्सीलेंस (सीओई) में दो स्टार्टअप इनक्यूबेट किए गए। जो कोविड-19 के प्रसार को रोकने के लिए चल रहे प्रयासों का समर्थन कर रहे हैं। इसमें सबसे पहले ड्रोनमैप्स हरियाणा और पंजाब सरकार के साथ काम कर रहा है, जबकि ब्लिंकइन चीन में वुहान अस्पताल को सेवाएं प्रदान कर रहा है।
महामारी से निपटने को सरकार से मिलकर काम
इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय के वरिष्ठ निदेशक डॉ. अजय कुमार गर्ग ने कहा कि नैस्कॉम सीओई इनक्यूबेटेड स्टार्टअप्स द्वारा की जा रही उत्कृष्ट कार्यों को देखकर खुश हैं। वे महामारी से निपटने के लिए सरकार के साथ मिलकर काम कर रहे हैं। गुरुग्राम के नैस्कॉम सीओई में इनक्यूबेट किए गए ड्रोनमैप्स के सह-संस्थापक उत्कर्ष सिंह ने कहा कि ड्रोनमैप्स में हम ड्रोन-आधारित मैपिंग और एआई एनालिटिक्स में विशेषज्ञता रखते हैं। उन्होंने कहा कि हम उस समय पंजाब में थे, जब राज्य कोरोनो वायरस के प्रसार से निपटने के लिए अपनी नीति तैयार कर रहा था, जिसमें अमृतसर में पहले से ही मौजूद एक सकारात्मक मामले में थे। डाईटेक के प्रधान सचिव अंकुर गुप्ता के मुताबिक स्टार्टअप अर्थव्यवस्था का एक महत्वपूर्ण हिस्सा हैं, क्योंकि उनमें से अधिकांश प्रौद्योगिकी पर काम करती हैं जिसका मानव जीवन पर तत्काल प्रभाव पड़ने वाला है।