हिमाचल में भारी बारिश से तबाही, जनजीवन अस्त-व्यस्त

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hiamchal rain
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आज समाज डिजिटल, शिमला:
हिमाचल प्रदेश के कई क्षेत्रों में इस बार मानसून ने अपना भयानक रूप दिखा दिया है। भारी बारिश के कारण नदियां ऊफान पर बह रही हैं तो मुख्य मार्ग बंद हो गए हैं। इस वजह से आम जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। सबसे अधिक तबाही कांगड़ा इलाके में देखने को मिली। नेशनल हाईवे नंबर तीन भी बंद रहा। हिमाचल प्रदेश में एक माह का सूखा आज बारिश से तरबतर हो गया। बीते 24 घंटे में बारिश ने तबाही मचाही। कांगड़ा जिले में सबसे ज्यादा नकुसान हुआ है। यहां कई घर और गाड़ियां बह गई हैं। प्रदेश की कई मुख्य सड़कें बंद हैं। इस वजह से सैलानी तक फंस गए हैं। गर्मी में पहाड़ों का आनंद लेने पहुंचे लोगों के लिए मानसून मुसीबत लेकर आया है। हिमाचल में तीन दिन के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी था।

 

रविवार रात को ही प्रदेश में मूसलाधार बारिश शुरू हो गई, जो लगातार नौ घंटे तक होती रही। कांगड़ा जिले में तो कई जगह पर बादल फटने का समाचार है। यहां नाले ऊफान पर हैं। धर्मशाला के मक्लोडगंज के पास भागसूनाग में नाले में उफान आने पर सड़क पर पानी का तेज बहाव आग गया, जिससे पार्किंग में खड़ी गाड़ियां तक बह गईं। कुल्लू में यह मानसून की पहली बारिश थी। सोमवार तड़के से हो रही बारिश से जिला का जनजीवन पूरी तरह से अस्त-व्यस्त हो गया है. पागलनाला में बाढ़ आने से औट-लारजी-सैंज मार्ग बंद हो गया। सब्जियों के साथ निगम की बसें व अन्य वाहन फंसे गए। हिमाचल पथ परिवहन निगम चार बसें फंसी हैं। व्यास, पार्वती, सरवरी खड्ड सहित जिला के नदी-नाले उफान पर हैं। मानसून की पहली बरसात में ही कुल्लू शहर पानी-पानी हो गया है। डीसी कुल्लू आशुतोष गर्ग ने लोगों को आगाह किया कि मंगलवार तक जिला में भारी बारिश को लेकर अलर्ट जारी किया है. ऐसे में लोगों व पर्यटकों से आग्रह किया गया है कि वह नदी नालों के समीप न जाएं।
यहां-यहां हुई इतनी बारिश
हिमाचल में सबसे अधिक बारिश बीते चौबीस घंटे में कांगड़ा जिले में हुई है. यहां पर पालमपुर में 155 पानी बरसा है. वही, धर्मशाला में 119 एमएम, मनाली में 51 एमएम, कांगड़ा में 64 एमएम, कुल्लू के भुंतर में 51 एमएम, शिमला में 10 एमएम, चंबा के डलहौजी में 48 एमएम बारिश हुई है।
कांगड़ा में सबसे अधिक तबाही
हिमाचल में आफत की बारिश हो रही है। कांगड़ा-पठानकोट हाईवे पर राजोल में गज खड्ड पर बना पुल क्षतिग्रस्त हो गया है। यहां पुलिस तैनात कर दी गई है व वाहनों की आवाजाही पूरी तरह से रोक दी है। हाईवे पर वाहनों की लंबी कतारें लग गई हैं. मांझी खड्ड में आए उफान पर है। चैतड़ू से ऊपर तीन मंजिला दो भवन बाढ़ की चपेट में आकर बह गए। शिला चौक के पास भी एक भवन खड में बह गया है। भारी बारिश का दौर अभी भी जारी है. लोगों ने अपने घर खाली किए हैं।
लेह-हाईवे भी बंद
शिमला जिले में रात को रामपुर के समीप झाकड़ी में भारी बरसात के कारण एनएच-5 करीब 9 घंटे बंद रहा। मशीनरी के माध्यम से सुबह सवा नौ बजे हाईवे को खोल दिया गया है। लाहौल पुलिस के अनुसार, मनाली-लेह हाईवे पर पागल नाला, तेलिंग नाला, भरतपुर नाला में जलस्तर बढ़ गया है और यात्रा करना जोखिम भरा हो सकता है। सभी को एनएच-03 मनाली-लेह हाईवे पर बेवजह यात्रा न करने की सलाह दी जाती है।
मंडी में बदली यातायात व्यवस्था
मंडी पुलिस के अनुसार, मंडी जिला में हो रही बारिश के कारण थाना औट क्षेत्र के सन्दली में रुक-रुक कर भूस्खलन हो रहा है और कईं जगह भूस्खलन का खतरा है। इस कारण से कुल्लू से मंडी आने वाले वाहनों को राष्ट्रीय उच्च मार्ग से वन-वे करके भेजा जा रहा है। वहीं, मण्डी से कुल्लू जाने वाले वाहनों को वाया कमांद-कटौला भेजा जा रहा है।हिमाचल प्रदेश के मौसम विज्ञान के शिमला केंद्र के अनुसार, सूबे में 12 और 13 जुलाई के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। यहां पर भारी से भारी बारिश का अनुमान है। इसके अलावा, हिमाचल में 17 जुलाई तक मौसम खराब रहने का अनुमान है।

 

 

धर्मशाला में 130 मिमी बारिश

सोमवार तड़के से हो रही भारी बारिश से जिले का जनजीवन पूरी तरह से अस्त-व्यस्त हो गया। मौसम विज्ञान केंद्र शिमला से मिली जानकारी के मुताबिक सुबह नौ बजे तक पालमपुर में 160 मिमी और धर्मशाला में 130 मिमी बारिश हुई है। यह बारिश सेब का आकार बढ़ाने और मक्की की फसल के लिए अच्छी मानी जा रही है। बारिश होने से किसानों-बागवानों के चेहरे खिल गए हैं। रविवार को भी हिमाचल के कई इलाकों में बादल बरसे। सिरमौर जिले के पुरुवाला में गिरि नदी उफान पर रही। एक परिवार टापू पर फंसा रहा। जिले में बारिश से मलबा लोगों के घरों में घुस गया। रामाधौन-रेणुका मार्ग करीब दो घंटे बंद रहा।
छह जिलों में अलर्ट
मौसम विज्ञान केंद्र शिमला ने सोमवार को प्रदेश के छह जिलों में ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। इस दौरान भारी बारिश और अंधड़ चलने का पूवार्नुमान है। जनजातीय जिला किन्नौर और लाहौल-स्पीति को छोड़कर पूरे प्रदेश में 13 जुलाई को येलो अलर्ट जारी किया है।