प्रभजीत सिंह लक्की, युमनानगर :
बेलगढ़ में प्रतिबंध के बावजूद रात के अंधेरे में धड़ल्ले से यमुना नदी में अवैध खनन किया जा रहा है। दिन ढलते ही दर्जनों की संख्या में जेसीबी डंपर खनन करने के लिए यमुना में उतर जाते हैं। कार्रवाई के लिए खनन विभाग की टीम दिन रात क्षेत्र का दौरा कर रही है पर उसके बावजूद भी बेल गढ़ में अवैध खनन का खेल धड़ल्ले से चल रहा है।
ज्ञात हो कि 3 महीने के लिए 1 अक्टूबर तक नदियों से खनन करने पर प्रतिबंध लगा हुआ है। उसके बावजूद भी बेल गढ़ यमुना मंदिर के पास दिन ढलते ही खनन तस्कर जेसीबी डंपर इत्यादि लेकर यमुना का सीना चीरने में लग जाते हैं। प्रतिबंध के बावजूद बहुत बड़े पैमाने पर अवैध खनन हो रहा है। ऐसा नहीं हो सकता कि खनन विभाग की गश्त करने वाली टीमों को वहां पर हो रहे अवैध खनन की जानकारी ना हो। विभाग के कर्मचारी जान कर भी अंजान बने हुए हैं। रात के समय यमुना से लाखों रुपए का खनिज चोरी किया जा रहा है। खनन तस्कर यमुना से खनिज चोरी कर उसको साथ ही क्रैश करके बेच रहे हैं और कई क्रेशर संचालक स्टॉक से लगा लेते हैं।
अवैध खनन कर स्टॉक लगाकर दूसरी स्टेट से दिखाते हैं परचेज
2 महीने पहले स्टॉक वेरिफिकेशन के लिए आई खनन विभाग की टीम ने पूरे जिले का दौरा किया था जिसमें कई स्टोन क्रेशर व स्क्रीनिंग प्लांटों पर परचेस के नाम पर बहुत बड़ा फर्जीवाड़ा सामने आया था। उस समय टीम को लगभग दो दर्जन स्क्रीनिंग प्लांटों पर अवैध स्टॉक पढ़े हुए मिले थे। जिनके बारे में क्रैशर व स्क्रीनिंग प्लांट संचालक कोई भी उचित जवाब नहीं दे पाए थे। जब उनके कागजों की वेरिफिकेशन की गई तो पता चला था कि उन्होंने दूसरे राज्यों से परचेज दिखाई हुई थी। जिन राज्यों से परचेज दिखाई गई थी। आरजू में लोक डाउन के समय खाली आना जाना भी मुमकिन नहीं था और इन्होंने हजारों टन की परचेज उन राज्यों से दिखा रखी है। जिन राज्यों से परचेज की गई थी उनमें गोवा, पश्चिम बंगाल, मध्य प्रदेश, गुजरात, आंध्र प्रदेश आदि कई ऐसे राज्य थे। जहां से फर्जी परचेज दिखाई गई थी। विभाग की तरफ से उन सभी स्क्रीनिंग प्लांटों को नोटिस भी दिया गया है। इस मामले की जांच भी ठंडे बस्ते में चली गई है।