नीरज कौशिक, महेंद्रगढ़ :
स्थानीय करेलिया बाजार में स्थित बाबा जयरामदास धर्मशाला में लाला ताराचंद मेहता परिवार की ओर से आयोजित श्रीमद्भागवत कथा अमृत महोत्सव में तपोभूमि हरिद्वार से पधारे महामंडलेश्वर श्रीश्री 1008 स्वामी विज्ञानानंद सरस्वती जी महाराज ने कथा के तीसरे दिन भक्त प्रलाद एवं नरसिंह अवतार की कथा का वर्णन किया।
इस कथा से हमें शिक्षा मिलती है
भगवान नरसिंह अवतार की कथा का वर्णन करते हुए गुरु जी ने बताया कि राजा हिरण्यकश्यप ने अपने पुत्र प्रहलाद भगत को मारने के लिए तरह-तरह की यातनाएं दी परंतु फिर भी भगवान ने कदम कदम पर भक्त प्रहलाद की रक्षा की और अंत में खम्भ फाड़कर भगवान नरसिंह रूप में प्रकट हुए और हिरण्यकश्यप का वध किया। अत: इस कथा से हमें शिक्षा मिलती है कि पृथ्वी पर जब भी धर्म की हानि होती है तो भगवान अवश्य ही किसी ना किसी रूप में अवतार लेते हैं।
इस अवसर पर अनेक भक्त गण रहे उपस्थित
इस अवसर पर श्री गीता विज्ञान प्रचार समिति के प्रधान मुकेश मेहता, दिल्ली से अशोक नागपाल, पंजाब से राजेश गोयल, हरिराम मेहता, सुभाष चंद्र अग्रवाल, मदन लाल सोलूवाला, शिव शंकर अग्रवाल, सुशील शर्मा, मुकेश लावणिया, कुलदीप यादव, पवन मित्तल, अशोक नागपाल, दीपक मेहता, अरुण कौशिक, कृष्ण दत्त मास्टर, कृष्ण कुमार मेहता, प्रदीप मेहता, शिव चरण सर्राफ, सुशील मेहता, मूलचंद शर्मा, राम प्रकाश शर्मा, दर्शन खुराना, सतीश बोहरा, प्रवक्ता अमरसिंह सोनी, राजेंद्र गौड़, राजेंद्र यादव, ओम प्रकाश चनेजा, अरविंद खेतान, सुनील कनोडिया, कृष्ण सोनी सहित अनेक भक्त गण उपस्थित थे।
पढ़ें : पंजाब में गणपति उत्सव को लेकर श्रद्धालुओं में भारी उत्साह
ये भी पढ़ें : कृत्रिम बुद्धिमत्ता पर ज्ञानवर्धक कार्यक्रम