Deployment of other soldiers in Ladakh: लद्दाख में अन्य सैनिकों की तैनाती, हर परिस्थति के लिए तैयार रहने को कहा- सीडीएस बिपिन रावत

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भारत और चीन के बीच एलएसी पर तनाव की स्थिति बनी हुईहै। देश के लोगों से पीएम मोदी ने अपने द ेश केलद्दाख बार्डर पर तैनात सैनिकों के लिए एक-एक दिया जलाने की अपील की है। वहीं देश के सीडीएस विपिन रावत नेसैनिकों को किसी भी विपरीत परिस्थितियों का सामना करने के लिए तैयार रहने को कहा है। पूर्वी लद्दाख में नेवी के समुद्री कमांडो को तैनाती की जा रही है। जहां भारतीय सेना की गोगरा-हॉट स्प्रिंग्स में पैंगोंग टागन झील के दोनों किनारे चीन की सेना के साथ भारत का गतिरोध जारी है। विशेष सैनिक दस्तों की तैनाती की जा रही है जो ध्रुवीय रेगिस्तान में भी भारी बार्फबारी और कड़ाके की ठंड का सामना कर सके। तैनात सैनिक ध्रुवीय सर्दियों के कपड़ों और मास्क का इंतजार कर रहे हैं। जो संभव है नवंबर तक मिल जाएगा। चीन की तरह ही, भारतीय सेना एलएसी पर लंबे समय तक के लिए मोर्चा संभालने के लिए तैयार है।

रक्षामंत्री राजनाथ सिंह नेसाफ कर दिया है कि सेना एक इंच जमीन को भी छोड़नेवाली नहीं है। पीएलए ने पहले ही अरुणाचल प्रदेश में रणनीतिक जैमर तैनात कर दिए हैं और शिनजियांग और तिब्बत दोनों में बड़े पैमाने पर बुनियादी ढांचे और भंडारण क्षमता को बढ़ाया जा रहा है। सूत्रों के अनुसार सीडीएस जनरल रावत ने तीनों सेवाओं के लिए यह स्पष्ट कर दिया है कि लद्दाख में 1597 किलोमीटर वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) के साथ तैनात सैनिकों, तोपखाने और टैंकों के साथ सामान्य समय नहीं हैं। उन्होंने कहा, ह्लपूर्वी लद्दाख में स्थिति किसी भी समय बदतर हो सकती है। सशस्त्र बलों को किसी भी परिदृश्य के लिए तैयार रहना चाहिए। ऐसा नहीं हो सकता है कि एक तरफ पूरी उत्तरी सेना कमान और पश्चिमी वायु कमान बर्फ में तैनात है, हममें से बाकी लोग त्योहार मना रहे हैं और गोल्फ खेल रहे हैं। किसी को यह नहीं भूलना चाहिए कि लद्दाख में युद्ध चल रहा है।