गगन बावा, गुरदासपुर:
Dengue Cases in Punjab : डीसी मोहम्मद इश्फाक ने जिले में डेंगू संबंधी प्रबंधों का जायजा लेने के लिए जूम एप के माध्यम से नगर कौंसिलों, कार्पोरेशनों के अधिकारियों और स्वास्थ्य विभाग के अफसरों व जिला महामारी विशेषज्ञों के साथ बैठक की गई। उन्होंने निर्देश दिया कि स्वास्थ्य विभाग डेंगू के प्रभावी रोगियों के लिए व्यवस्था करे, बहुउद्देशीय स्वास्थ्य कार्यकर्ता (मेल) ग्रामीण क्षेत्रों में घर-घर जाकर बुखार का सर्वेक्षण करें।
जहां कहीं भी डेंगू का संदिग्ध मरीज मिले, उसका सिविल अस्पताल गुरदासपुर और बटाला में टेस्ट कराया जाए। लोगों को प्रत्येक शुक्रवार को शुष्क डे मनाने के लिए कहा जाना चाहिए। अपने घर के आसपास पानी न खड़े होने दें। डेंगू का मच्छर साफ खड़े पानी और झरनों में पैदा होता है। उदाहरण के लिए कूलर, बर्तनों, फ्रिज की ट्रे, टूटे हुए बर्तनों, ड्रमों और टायरों में इसका लारवा पनपता है।
डेंगू की रोकथाम के लिए पंचायतों का लिया सहयोग (Dengue Cases in Punjab)
उन्होंने ईओ को निर्देश दिए कि जहां भी डेंगू के मच्छर पैदा हों, वहां एमसी अधिनियम के तहत चालान काटा जाए। साथ ही उन्होंने अतिरिक्त डीसी (डी) को यह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया कि ग्रामीण क्षेत्रों में डेंगू की रोकथाम के लिए पंचायतों का सहयोग लिया जाए।
उन्होंने शहरों में नगर कौंसिलों को घर-घर निरीक्षण दल गठित करने और वार्डों में शाम को फॉगिंग करने का निर्देश दिया और सभी सरकारी कार्यालयों और सभी विभागों को डेंगू संचरण के मौसम को ध्यान में रखते हुए प्रत्येक शुक्रवार को एक शुष्क दिन मनाने का निर्देश दिया। वहीं, उप निदेशक, स्वास्थ्य सेवाएं डॉ. निशा साही ने भी डेंगू प्रभावित क्षेत्र गुरदासपुर का दौरा किया। इस मौके पर ईओ अशोक कुमार ने कहा कि गुरदासपुर शहर में 46 चालान किए जा चुके हैं और अभियान लगातार जारी रहेगा।