नई दिल्ली। नागरिकता संशोधन विधेयक पर नार्थ इस्ट में उबाल है। असम में दो दिनों से ही प्रदर्शन हो रहे हैं। छात्रों से लेकर आम आदमी तक सड़क पर इस विधेयक के विरोध में आ गया है। बुधवार को कई जगह ताजा विरोध प्रदर्शन शुरू हुआ। कई जगह पर आगजनी की गई। टायरों को जलाकर विरोध जताया गया। अब यह बढ़ता जा रहा है, जिसके कारण असम में सेना की तैनाती कर दी गई है। गौरतलब है कि नागरिकता विधेयक पर आज राज्य सभा में चर्चा हो रही है। लोकसभा से यह बिल पास हो चुका है। लेकिन उत्तर-पूर्वी राज्यों में इस बिल का जबरदस्त विरोध किया जा रहा है। समाचार एजेंसी एएएनआई के मुताबिक, त्रिपुरा और असम में प्रशासन ने अब तक तीन सेना की टुकड़ियों की मांग की है। जिनमें से दो की तैनाती त्रिपुरा में कर दी गई है और असम में तीसरी टुकड़ी स्टैंडबाई पर है। अधिकारियों की मानें तो नागरिकता (संशोधन) विधेयक पर प्रदर्शन के बीच असम के 10 जिलों में बुधवार शाम सात बजे से इंटरनेट सेवा अगले 24 घंटे के लिए रोकी जाएगी। वहीं, केंद्र ने बुधवार को असम सहित पूर्वोत्तर राज्यों में अर्द्धसैनिक बल के 5000 जवानों को विमान से भेजा। अधिकारियों ने बताया कि संसद में नागरिकता (संशोधन) विधेयक पर चर्चा के खिलाफ वहां हो रहे विरोध-प्रदर्शन के सिलसिले में कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए जवानों को वहां भेजा गया है।