- पैंशनर्ज समाज की मांगें नहीं मानी तो आदमपुर उपचुनाव में मुंह की खाएगी भाजपा, जजपा सरकार
- कहा : आदमपुर उप चुनाव में सरकार के खिलाफ सडक़ों पर उतरेगा समूचा समाज
मनोज वर्मा, कैथल:
यदि प्रदेश के मुख्यमंत्री ने पैंशनर्ज समाज की न्यायोचित लंबित मांगों का समाधान अविलंब बातचीत द्वारा न किया तो प्रदेश का पैंशनर्ज समाज भाजपा जजपा सरकार के खिलाफ आने वाले आदमपुर के उप चुनाव में सडक़ों पर उतर कर सरकार की कथित कर्मचारी व जन विरोधी नीतियों को उजागर करेगा।
सरकार को दी सरेआम चुनौती
जिसका खामियाजा प्रदेश सरकार को भुगतना पडेगा। यह निर्णय आज पैंशनर्ज समाज द्वारा लघु सचिवालय कैथल में दिए गए प्रात 10 बजे से दोपहर ढेड बजे तक रोष धरने व विरोध प्रदर्शन के दौरान लिया गया। जिसकी अध्यक्षता भरत सिंह बैनीवाल प्रांतीय प्रधान समायोजित कर्मचारी हरियाणा ने की तथा मंच का संचालन प्यारा राम ढांडा प्रदेश महासचिव ने किया। बाद में मांगों का ज्ञापन मुख्यमंत्री हरियाणा के नाम कैथल उपायुक्त संगीता तेतरवाल को सौंपा गया। इससे पूर्व उपायुक्त कार्यालय के गेट पर रोष स्वरूप जोरदार नारेबाजी व सरकार के विरूद्व विरोध प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों को संबोधित करते हुए प्रांतीय प्रधान देवराज नांदल व चेयरमैन मेहर सिंह नैन ने भाजपा सरकार की पैंशनर्ज समाज व कथित कर्मचारी विरोधी नीतियों की तिखी आलोचना की व बताया कि सरकार ने चुनाव के दौरान पैंशनर्ज समाज को आश्वासन दिया था कि 65, 70 व 75 साल की आयु पूरी होने पर पडौसी राज्यों के समान 10 प्रतिशत व 15 प्रतिशत व 80 साल की आयु पूरी होने पर 50 प्रतिशत वेतन वृद्वि की जाएगी। इंडोर मरीजों को कैशलैस मेडिकल सुविधा दी जाएगी। आऊट डोर मरीजों का मैडिकल भत्ता 1000 रूपए से बढ़ाकर 3000 रूपए किया जाएगा, एन पी एस स्कीम को बंद करके आी पी एस स्कीम लागू की जाएगी, केन्द्र के कर्मचारियों की तरह हरियाणा के कर्मचारियों व पैंशनर्ज के लिए भी जे सी एम का गठन किया जाएगा व कम्यूटेशन की रातों को 15 वर्ष से घटाकर 10 वर्ष की जाएगी। परंतु सरकार द्वारा उनके साथ वायदा खिलाफी की है।
सडक़ों पर उतरेगा समूचा समाज
जिससे पैंशनर्ज समाज में भारी रोष है। प्रदर्शन कारियों को संंबोधित करते हुए पैंशनर्ज समाज के प्रांतीय प्रधान देवराज नांदल व चेयरमैन मेहर सिंह नैन ने सरकार द्वारा एम आई टी सी के करीब 543 समायोजित रिटायर्ड कर्मचारियों का मानदेय रोकने, बुढापा पैंशन की रिकवरी जमा करवाकर एन डीसी एम आई टी सी कार्यालय में जमा करवाने वाले सेवानिवृत कर्मचारियों का पुन मानदेय चालू न करने, समाज कल्याण विभाग द्वारा 8 जिों के कर्मचारियों से 1 अक्तूबर 2020 के बाद की बुढापा पैंशन की रिकवरी भरवाकर एन डी सी इश्यु कर देने परंतु बाकि जिलों के कर्मचारियों द्वारा 1 अक्तूबर 2020 के बाद की बुढापा पैंशनी की रिकवरी जमा करवाने व बुढापा पैंशन सरेंडर करने वालों को एन डी सी ईश्यु न करके उनके जिलों के कर्मचारियों को मानदेय पुन चालू होने में रोडा अटकाने तथा छंटनी ग्रस्त कर्मचारियों व विधवाओं को मानदेय लागू न करने की कडे शब्दों में निंदा की व सरकार से मानदेय धारकों का मानदेय पुन चालू करने की मांग की गई। उक्त नेताओं ने आंदोलन कारी जेबीटी शिक्षक सुरेश द्रविड पर राजद्रोह की धारा प्रशासन द्वारा हटाने पर संगठन की जीत बताया तथा एफ आई आर को रद्द करके शिक्षक को प्रताडना मुक्त किया जाने की भी मांग की। उन्होंने बताया कि उनका आंदोलन तब तक चलेगा जब तक पैंशनर्ज समाज हरियाणा की तमाम मांगों का समाधान नहीं होता।
पैंशनर्ज का विरोध प्रदर्शन
आज के विरोध प्रदर्शन को पैंशनर्ज समाज के वरिष्ठ उप प्रधान भलेराम बुरा, वरिष्ठ नेता आल इंडिया फैडरेशन के एम एल सहगल, मुख्य महासचिव ईश्वर सिंह सैनी, राजबीर बजाड, विजेन्द्र सिंह धारीवाल, ओम प्रकाश सैनी, मेघराज, फकीर चंद सैनी, हरजीत सिंह राठौड, प्रताप सिंह दून, राधा कृष्ण नैन, फूल सिंह, प्रेम सिंह, राजेन्द्र सिंह नैन, जितेन्द्र सिंह करोडा, भरत सिंह पूनिया, राजबीर सिंह झज्जर, धनपति हुडड़ा, धर्मकौर, निर्मला राणा व ईश्वर सिंह ने भी संबोधित किया तथा तमाम संगठनों से सांझे संघर्ष की अपील की और आज भारत के महान क्रांतिकारी शहीद भगत सिंह को उनके जन्म दिन पर उनके चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित की। जिसका पूरा भारत सदैव नमन करता रहेगा। पैंशनर्ज समाज ने आंदोलन को आगे बढ़ाने के लिए 27 अक्तूबर को रोहतक में समीक्षा बैठक करने का निर्णय भी लिया।
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