विधानसभा की 126 व लोकसभा की होंगी 14 सीटें
Chandigarh News (आज समाज) चंडीगढ़: हरियाणा में 2029 के चुनाव से पहले परिसीमन होगा। परिसीमन होने पर हरियाणा में विधानसभा की 126 और लोकसभा की 14 सीटें निर्धारित की जा सकती है। साल 2021 में तत्कालीन विधानसभा अध्यक्ष ने ज्ञानचंद गुप्ता ने लोकसभा अध्यक्ष को पत्र लिखकर इस बारे में अवगत करवाया था। उन्होंने अपने पत्र में लिखा था की परिसीमन के बाद विधायकों की संख्या में बढ़ोतरी होने पर मौजूद विधानसभा में उनके बैठने की व्यवस्था नहीं हो पाएंगी। इसलिए हरियाणा विधानसभा का नया भवन बनाने के लिए जमीन उपलब्ध कराने की मांग पत्र के माध्यम से की गई थी।
अब हरियाणा विधानसभा के नए भवन के निर्माण को लेकर केंद्र सरकार से मंजूरी मिल चुकी है। जल्द ही नए भवन के निर्माण कार्य शुरू हो जाएगा। वहीं होने वाले परिसीमन को देखते हुए भाजपा ने अभी से जमीनी स्तर पर कार्य शुरू कर दिया है। भाजपा गांव दर गांव सर्वे कराने में जुटी है। इससे पहले हरियाणा में 2007-2008 में परिसीमन हुआ था। उस समय राज्य में कांग्रेस की हुड्डा सरकार थी। इस दौरान कई विधानसभा को तोड़कर नया बनाया गया था। खासकर सिरसा, हिसार और अहीरवाल क्षेत्र में कई जगह परिसीमन से बदलाव हुए थे। अब भाजपा भी अपने हिसाब से सीटों में बदलाव करने की तैयारी कर रही है। भाजपा का मुख्य फोकस उन क्षेत्रों पर है जहां उन्हें एक भी स्ीट नहीं मिली। इसलिए रोहतक, हिसार, सिरसा, फतेहाबाद और मेवात के एरिया में परिसीमन कर बदलाव किया जा सकता है।
25 सीटें हो सकती है रिजर्व
हुड्डा की विधानसभा सीट गढ़ी सांपला किलोई को रिजर्व किया जा सकता है। कलानौर को जरनल सीट में बदला जा सकता है। मौजूदा समय में प्रदेश की 10 लोकसभा सीटों में से 2 सीटें अंबाला और सिरसा आरक्षित हैं। जबकि, 90 विधानसभा सीटों में से 17 सीटें अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित हैं। परिसीमन के बाद राज्य में 14 लोकसभा सीटों में से 3 आरक्षित हो सकती हैं। जबकि, 126 विधानसभा में से 25 सीटें रिजर्व कैटेगरी में रखी जा सकती हैं।
यह भी पढ़ें : Kalka News: कालका विधानसभा से हम मिटाकर रहेंगे अवैध खनन, नशा: शक्ति रानी