Aaj Samaj (आज समाज), Delhi Yamuna Flood, नई दिल्ली: हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में बीते चार दिन में कहर बनकर बरसी बारिश अब देश की राजधानी दिल्ली के साथ ही हरियाणा व यमुना नदी किनारे बसे अन्य इलाकों के लिए आफत बन गई है। यमुना के बढ़े जलस्तर ने खासकर दिल्ली को बेहाल कर दिया है। दिल्ली में यमुना सुबह सात बजे यमुना नदी 208.52 खतरे के निशान से तीन मीटर ऊपर बह रही थी जिसके कारण राजधानी में यमुना किनारे वाले इलाकों के लिए यह आफत पैदा हो गई।

  • दिल्ली के तीनों वाटर ट्रीटमेंट प्लांट बंद
  • सुबह खतरे के निशान से 3 मीटर ऊपर थी यमुना
  • सभी स्कूल और कॉलेज भी बंद किए

हिमाचल व उत्तराखंड में तीन दिन लगातार हुई भारी बारिश के कारण आई बाढ़ ने हरियाणा, पंजाब, चंडीगढ़ और आसपास के लगभग सभी इलाकों में तबाही मचाई है, लेकिन दो दिन से मौसम साफ रहने के कारण इन राज्यों के अधिकतर खासकर रिहायशी इलाकों से बाढ़ का पानी उतर गया है जो बड़ी राहत है, मगर हरियाणा के हथिनी कुंड बैराज से छोड़े गए पानी से दिल्ली के अलावा हरियाणा के कुरुक्षेत्र, करनाल व पानीपत और यमुना से सटे अन्य जिलों में बुधवार से ही हालात बदतर होने लगे थे जो गुरुवार को और खराब हो गए।

दिल्ली में खतरे का निशान 205.33 मीटर

दिल्ली में खतरे का निशान 205.33 मीटर है। बाढ़ का पानी दिल्ली के मुख्यमंत्री आवास से लगभग एक किलोमीटर दूर रह गया था। जलस्तर 208.52 मीटर पर पहुंचने के दौरान लाल किले की पिछली साइड से लेकर कश्मीरी गेट, राजघाट, आईटीओ, यमुना बैंक मेट्रो स्टेशन और सिविल लाइन्स आदि जगहों तक पानी पहुंच गया। पूर्वी दिल्ली के मयूर विहार फेज-एक के निचले इलाकों में बाढ़ का पानी घूसने के कारण कई लोगों को अपना घर छोड़ना पड़ा। लोगों ने फ्लाइओवर ने नीचे शरण ली है।

बिना काम घर से न निकलें लोग : केजरीवाल

मशीनों में पानी घुसने के बाद दिल्ली के तीनों वाटर ट्रीटमेंट प्लांट (वजीराबाद, चन्द्रावल और ओखला) बंद कर दिए गए हैं। दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (डीडीएमए) की बैठक के बाद बाढ़ प्रभावित सभी सरकारी और प्राइवेट स्कूल व कॉलेज भी बंद कर दिए गए हैं। दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने बिना काम लोगों को घर से न निकलने की अपील की है। उन्होंने कहा, वॉटर ट्रीटमेंट प्लांट बंद होने से दिल्ली में 1-2 दिन पानी की किल्लत रह सकती है। सीएम ने कहा, जैसे ही यमुना का पानी कम होगा, इन्हें जल्द से जल्द चालू करने की कोशिश करेंगे।

भारी मालवाहक वाहनों के प्रवेश पर प्रतिबंध

दिल्ली सरकार ने सिंघु बॉर्डर, बदरपुर बॉर्डर, लोनी बॉर्डर और चिल्ला बॉर्डर से भारी मालवाहक वाहनों के प्रवेश पर प्रतिबंध लगा दिया है। मजनू का टीला के बाहरी रिंग रोड को बंद कर किया गया है। बाढ़ से ट्रैफिक डायवर्जन के कारण शहर में कई जगह भारी जाम रहा। बता दें कि उत्तर भारत में मानसून की बारिश से काफी तबाही मची है। विभिन्न राज्यों में कहीं पुल ढह रहे हैं, तो कहीं भूस्खलन हो रहा है। उत्तराखंड और हिमाचल में भारी बारिश से जनजीवन सबसे ज्यादा प्रभावित हुआ है।

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