नई दिल्ली। दिल्ली हिंसा में लोगों के मरने की संख्या लगातार बढ़ रही है। अब तक दिल्ली में हुई हिंसा में मारे गए लोगों का आंकड़ा 42 पहुंच गया है। दंगाइयों ने नार्थ इस्ट दिल्ली में आग लगा दी थी सैकंड़ों गाड़िया जला दी गर्इं। घरों में आग लगा दी गई। दुकाने और शो रूम जलाकर राख कर दिए गए। इस हिंसा में हुए नुकसान का वास्तविक आंकड़ा धीरे-धीरे सामने आ रहा है। लगभग पांच दिनों बाद आज हिंसा ग्रस्त इलाकों में स्थिति सामान्य होती दिखी। कम ही लोग घरों से बाहर निकले और कुछ दुकानें भी खुले। चार दिन की हिंसा में उत्तर-पूर्व दिल्ली की सड़कों एवं गलियों पर खूब पत्थरबाजी हुई और आगजानी हुई थी। दिल्ली निगम कर्मी सड़क और गलियों से पत्थर, कांच के टुकड़े और मलबे साफ करते हुए दिखे। पत्थरों को ट्रकों में भर कर दिल्ली की सड़कों से उठाया जा रहा था। वहीं जिनकी दुकाने खाक हो गई वह दुकानदान भी उदासी और दुख के साथ अपनी दुकानों को देखते हुए दिखे। पुलिस और अर्द्धसैनिक बल के कर्मी मस्जिदों में जुमे की नमाज के मद्देनजर सख्त चौकसी बरतते नजर आए। इतना होने के बाद भी दिल्ली से आज भी मायूस करने वाली खबर आई है। उपद्रवियों ने आज सुबह 6:00 बजे शिव विहार इलाके में कूड़ा बीनने वाले एक व्यक्ति की पीट-पीटकर हत्या कर दी। उपद्रवियों ने उसे तब तक पीटा जब तक वह बेहोश नहीं हो गया। परिजन उसे जीटीबी अस्पताल ले गए जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। दिल्ली के एलजी दंगा क्षेत्र का दौरा करेंगे।