नई दिल्ली। दिल्ली के हिंसात्मक क्षेत्रों का दौरा आज उपराज्यपाल अनिल बैजल ने किया। शुक्रवार को किए अपने दौरे में अनिल बैजल ने कुछ स्थानीय लोगों के साथ बातचीत भी की। उन्होंने कहा कि मैं यहां खुद देखने आया हूं कि जमीनी स्तर पर माहौल कैसा है। अब तक सीएए के विरोध को लेकर दिल्ली में हिंसा के दौरान 42 लोगों की मौत हो गई है। उत्तर-पूर्वी दिल्ली के जाफराबाद, मौजपुर, घोंडा चांदबाग, खजूरी खास और भजनपुरा जैसे इलाकों में भड़की हिंसा में 250 से अधिक लोग घायल हुए हैं। आज पांच दिनों बाद हिंसाग्रस्त इलाकों में हालात सामान्य होने के बाद लोग काम के लिए घरों से बाहर निकलते दिखे और इलाकों में कुछ दुकानें एवं अन्य प्रतिष्ठान भी खुले। दिल्ली निगम कर्मचारी सांप्रदायिक हिंसा के बाद उत्तर-पूर्व दिल्ली की सड़कों एवं गलियों से पत्थर, कांच के टुकड़े और मलबे साफ करते दिखे। पुलिस और अर्द्धसैनिक बल के कर्मी मस्जिदों में जुमे की नमाज के मद्देनजर सख्त चौकसी बरतते नजर आए। कुछ स्थानों पर दुकानें एवं प्रतिष्ठान खुले और सड़कों पर कुछ और निजी वाहन भी नजर आए। कुछ इलाकों में आॅटो और ई-रिक्शा भी चलने शुरू हुए जब लोग काम के लिए या जरूरी कार्यों के लिए घर से बाहर निकलने शुरू हुए।