नई दिल्ली। गणतंत्र दिवस के दिन कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे किसानों ने भी ट्रैक्टर रैली का आयोजन किया था। किसानों नेट्रैक्टर रैली को शांतिपूर्ण ढंग सेनिकालने का वादा पुलिस से किया था बावजूद इसके ट्रैक्टर रैली में हिंसा और अराजकता हुई। ट्रैक्टरों पर चढ़े किसानों ने पुलिस वालों को ट्रैक्टरोंसे र ौंदने की कोशिश की। पुलिस ने भी लाठी चार्जकिया और आसू गैस के गोले छोड़े। लेकिन अब दो महीने से प्रदर्शन कर रहे किसानों का आंदोलन कमजोर होता नजर आ रहा है। लाल किले पर सिख धर्म का निशान साहब का झंडा लगानेकेबाद से पूरे देश में इसकी आलोचना हो रही है। हिंसा के बाद किसान नेताओं ने हालांकि हिंसा के बाद इससे पल्ला झाड़ लिया था। उनका कहना था कि वह हमारे लोग नहीं थे। उलटा उन्होंने इस हिंसा के लिए पुलिस प्रशासन को ही जिम्मेदार ठहराया। इसके बाद दिल्ली-नोएडा रोड पर स्थित चिल्ला बॉर्डर पर धरना दे रहे भारतीय किसान यूनियन (भानू) ने बुधवार से अपना धरना वापस ले लिया। अब चिल्ला बॉर्डर के माध्यम से दिल्ली-नोएडा मार्ग 57 दिनों के बाद यातायात के लिए फिर से खुल गया। वहीं, दिल्ली-गाजियाबाद रोड पर भी यातायात बहाल हो गई है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह आज दिल्ली हिंसा मेंघायल पुलिसवालों से मिलने अस्पताल पहुंचे। उन्होंने वहां पुलिस वालों से हालचाल पूछा और उनकी हौसला अफजाई की। दिल्ली हिंसा को लेकरपुलिस ने 25 से अधिक एफआईआर दर्ज की हैं और 93 से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया है। एक्टर दीप सिद्धू और लक्खा का भी नाम एफआईआर में दर्ज है।
-केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह दिल्ली हिंसा में घायल पुलिस कर्मियों का हाल जानने सिविल लाइन्स स्थित अस्पताल पहुंचे हैं। ये सभी पुलिस कर्मी ट्रैक्टर परेड के दौरान 26 जनवरी को हुई हिंसा में घायल हुए थे।