आज समाज डिजिटल, नई दिल्ली, (Delhi Spying Case): दिल्ली की नई आबकारी नीति घोटाले में तिहाड़ जेल में बंद पूर्व डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। सीबीआई ने उनके खिलाफ अब कथित जासूसी कांड को लेकर एफआईआर दर्ज की है। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने सीबीआई की इस कार्रवाई पर दुख जताया है।
- मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कार्रवाई पर दुख जताया
- शराब घोटाले में सिसोदिया 26 फरवरी को अरेस्ट किए गए थे
एफबीयू में कथित अनियमितताओं को लेकर मामला दर्ज
सिसोदिया के साथ ही अन्य के खिलाफ दिल्ली सरकार की ‘फीडबैक यूनिट’ (एफबीयू) में कथित अनियमितताओं को लेकर सीबीआई ने भ्रष्टाचार का नया मामला दर्ज किया गया है। बता दें कि केजरीवाल की अध्यक्षता वाली कैबिनेट की मंजूरी से सितंबर 2015 में फीडबैक यूनिट का गठन किया गया था। यूनिट को सीधे मुख्यमंत्री कार्यालय को रिपोर्ट करने के आदेश थे। तर्क दिया गया था कि सरकारी योजनाओं की मानिटरिंग और भ्रष्टाचार फैलाने वाले अधिकारियों को पकड़ने के लिए यह यूनिट बनाई गई थी। आरोप है कि इसके माध्यम से नेताओं की जासूसी करवाई गई थी।
उपराज्यपाल से मंजूरी न लेने का भी आरोप
यह भी आरोप है कि एफबीयू में नियुक्तियों के लिए उपराज्यपाल से मंजूरी नहीं ली गई थी। इससे पूर्व उपराज्यपाल रहे नजीब जंग ने उपराज्यपाल की मंजूरी लिए बिना गोपनीय तरीके से फीडबैक यूनिट बनाने के जांच का मामला सीबीआई को सौंपा था और उस समय से सीबीआई इस मामले की जांच कर रही है। सिसोदिया को सीबीआई ने कथित शराब घोटाले में करीब आठ घंटे की पूछताछ के बाद 26 फरवरी को गिरफ्तार किया था।
उन्होंने गिरफ्तारी को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती भी दी थी। शीर्ष कोर्ट से राहत न मिलने पर सिसोदिया ने मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था।खास बात है कि शराब घोटाले में सीबीआई की पूछताछ और गिरफ्तारी के बाद प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने भी सिसोदिया से तिहाड़ जेल में लंबी पूछताछ के बाद नौ मार्च को गिरफ्तारी की थी।
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झूठे आरोप लगाकर लंबे समय तक हिरासत में रखने की योजना : केजरीवाल
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने मनीष सिसोदिया के खिलाफ कथित जासूसी कांड को लेकर एफआईआर दर्ज करने पर केंद्र सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा, पीएम की योजना सिसोदिया के खिलाफ कई झूठे आरोप लगाकर उन्हें लंबे समय तक हिरासत में रखने की है जो देश के लिए दुखद है!
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