Delhi Pollution: दिल्ली-एनसीआर में ग्रेप-3, निर्माण व खनन कार्य बंद, स्कूल आनलाइन

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Delhi Pollution: दिल्ली-एनसीआर में ग्रेप-3 लागू , निर्माण व खान कार्य बंद, स्कूल आनलाइन
Delhi Pollution: दिल्ली-एनसीआर में ग्रेप-3 लागू , निर्माण व खान कार्य बंद, स्कूल आनलाइन

Delhi Pollution Today  Update, (आज समाज), नई दिल्ली: लगातार बढ़ते वायु प्रदूषण के चलते दिल्ली-एनसीआर में ग्रेप-3 (GRAP-3) लागू कर दिया गया है। राजधानी में ओवर आल वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 400 (गंभीर श्रेणी) पार है। गुरुवार को यह 428 के पार पहुंच गया था। बता दें कि इन एक्यूआई रिकॉर्ड तोड़ रहा है और इसके लगातार कम होता न देखकर सरकार ने राष्ट्रीय राजधानी में ग्रेप-3 लागू करने का निर्णय लिया है। प्रदूषण के चलते बीमारी से बचने के लिए लोगों को सलाह दी गई है कि वे जरूरी होने पर ही घर से निकलें, अदरवाइज घरों पर ही रहें।

  • चलती रहेंगी सीएनजी और इलेक्ट्रिक बसें

यह होती है एक्यूआई की श्रेणी

  • शून्य से 50 के बीच अच्छा
  • 51 से 100 के बीच संतोषजनक
  • 101 से 200 के बीच मध्यम
  • 201 से 300 के बीच खराब
  • 301 से 400 के बीच बहुत खराब
  • 401 से 450 के बीच गंभीर

जानें ग्रेप-3 के तहत क्या बैन और किसकी अनुमति

ग्रेप-3 की गाइडलाइंस के अनुसार आज दिल्ली में गैर-जरूरी खनन व निर्माण कार्य पर रोक रहेगी। इसके अलावा किसी तरह की तोड़फोड़ पर भी अगले आदेश तक प्रतिबंध रहेगा। वहीं GRAP-) के तहत दिल्ली में आज से सभी प्राइमरी स्कूलों में आॅनलाइन क्लासें चलेंगी। अन्य शैक्षणिक संस्थान भी वर्चुअली अपने स्टूडेंट्स को अटेंड कर सकते हैं। अंतरराज्यीय बसें में भी दिल्ली में प्रवेश नहीं कर सकेंगी। इन पर भी बैन लगा दिया गया है। बीएस-6 डीजल मानकों के अनुरूप डीजल व पेट्रोल वाली बसें चलती रहेंगी।

अतिरिक्त फेरे लगाएगी मेट्रो

दिल्ली-एनसीआर (Delhi-NCR) में केवल सीएनजी और इलेक्ट्रिक बसें चलाने की अनुमति होगी। वहीं ग्रेप-3 के मुताबिक मेट्रो आज अतिरिक्त 20 फेरे लगाएगी। बता दें कि ग्रेप-2 के तहत मेट्रो पहले ही अतिरिक्त 40 फेरे लगा रही है। 20 और ट्रिप यानी फेरे जुड़ने से रोज के कुल 60 अतिरिक्त फेरे हो जाएंगे। दिल्ली सरकार का कहना है कि राजधानी के ज्यादा से ज्यादा लोग आने-जाने के लिए सरकारी वाहन उपयोग करें।

बुजर्गाें व बच्चों के स्वास्थ्य के लिए ज्यादा खराब

बढ़ते कोहरे व स्मॉग कारण हवा में घुला जहर बुजर्गाें व बच्चों के स्वास्थ्य के लिए ज्यादा खराब है। कमीशन फॉर एयर क्वालिटी मैनेजमेंट (CAQM) ने सड़कों की मशीन से सफाई बढ़ाने के निर्देश दिए हैं। वहीं सीएक्यूएम की और से हॉटस्पॉट इलाकों में खासकर पीक ट्रैफिक के समय सड़कों पर पानी का छिड़काव बढ़ाने को कहा गया है।

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