नई दिल्ली। दिल्ली हिंसा में आईबी अधिकारी की हत्या के मामले में आप पार्टी के पूर्व पार्षद ताहिर हुसैन सरेंडर करने पहुंचे लेकिन दिल्ली पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया। वह आज दिल्ली के राउज एवेन्यू कोर्ट पहुंचे। यहां उन्हें क्राइम ब्रांच ने गिरफ्तार कर लिया। ताहिर हुसैन ने सरेंडर की याचिका लगाई थी जिस पर जज ने कहा कि सरेंडर पर सुनवाई का अधिकार हमारा नहीं है और याचिका को खारिज कर दिया। जबकि क्राइम ब्रांच की टीम ताहिर हुसैन की गिरफ्त में पहुंची थी जैसे ही ताहिर हुसैन सरेंडर के लिए पहुंचा उसे कोर्ट के पार्किंग से गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तार करने के बाद ताहिर हुसैन को क्राइम ब्रांच के तफ्तर ले जा रही है। एसआईटी ने ताहिर के खिलाफ लुक आउट नोटिस जारी करने की तैयारी कर ली थी। इससे पहले उसने सरेंडर करने का फैसला किया। ताहिर हुसैन ने सरेंडर के लिए कोर्ट जाने से पहले एक टीवी को इंटरव्यूह दिया और कहा कि वह बेगुनाह है उसे न्यायपालिका पर पूरा भरोसा है। खुद पर लगे सारे आरोपों को खारिज किया और कहा कि लोगों ने मेरे मकान पर कब्जा कर लिया था। उपद्रवियों ने मेरे मकान का गलत इस्तेमाल किया है। ताहिर ने कहा कि मैं किसी भी प्रकार की जांच के लिए तैयार हूं। भाजपा ने मुझे साजिश के तहत फंसाया है। एसआईटी ने दिल्ली-एनसीआर और पश्चिमी उत्तर प्रदेश के 14 स्थानों पर उसकी तलाश में छापेमारी की थी। एसआईटी सूत्रों की मानें तो ताहिर 2 मोबाइल नंबरों का इस्तेमाल करते रहे। 24 तारीख को 12 बजे तक की कॉल डिटेल्स खंगाली गई, जिसके मुताबिक ताहिर हुसैन 24 की रात 12 बजे के आस-पास तक चांद बाग के उसी घर में मौजूद था।