नई दिल्ली। दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ (डूसू) के अध्यक्ष और उपाध्यक्ष के कार्यालय में शनिवार देर रात को तोड़फोड़ की घटना सामने आई है। दोनों संगठनों एबीवीपी और एनएसयूआई ने इस घटना को लेकर एक-दूसरे पर आरोप मढ़ा है। डूसू के अध्यक्ष तुषार डेढ़ा हैं जो एबीवीपी के सदस्य हैं। वहीं डूसू के उपाध्यक्ष अभि दहिया हैं जो एनएसयूआई के सदस्य हैं।
डूसू अध्यक्ष और एबीवीपी सदस्य तुषार डेढ़ा ने कहा, ष्एनएसयूआई ने दिल्ली विश्वविद्यालय में गुंडे पाल रखे हैं। एनएसयूआई के उपाध्यक्ष ने कल रात अपने कार्यालय में बैठकर शराब पी। उसके बाद 30-40 लोगों ने पहले कमरे के शीशे तोड़ दिए। क्न्ैन् के संयुक्त सचिव, फिर क्न्ैन् के सचिव के कमरे का शीशा तोड़ दिया गया और उसके बाद वे मेरे कार्यालय में घुस गए और मेरे कार्यालय में राम मंदिर को तोड़ दिया।ष्
तुषार डेढ़ा ने कहा, ष्क्न्ैन् पर यह हमला सिर्फ क्न्ैन् पर हमला नहीं है। यह दिल्ली यूनिवर्सिटी के हर छात्र पर हमला है। छैन्प् के गुंडे रात में ऑफिस में शराब पीते हैं, उसके बाद कैंपस में लड़कियों को छेड़ते हैं और गुंडागर्दी करते हैं। मैं दिल्ली यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर से मांग करता हूं कि अभि दहिया जैसे गुंडों को बाहर किया जाए। हम भी जल्द से जल्द अपनी शिकायत दिल्ली पुलिस तक पहुंचाएंगे और उनके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई कराएंगे।
वहीं, डूसू सचिव और एबीवीपी सदस्य अपराजिता ठाकुर ने कहा, ष्मैं डूसू में एकमात्र महिला प्रतिनिधि हूं। एनएसयूआई द्वारा मेरे कार्यालय में तोड़फोड़ किए जाने के बाद मैं सुरक्षित महसूस नहीं कर रही हूं। कोई भी छात्रा उनके ऑफिस जाने में सहज महसूस नहीं करती। एनएसयूआई केवल डराने और धमकाने का काम करती है।
वहीं, अभि दहिया ने इन आरोपों को निराधार बताया है। उन्होंने कहा कि शराब पीने को लेकर कोई पुख्ता सबूत नहीं है। मेरे कार्यालय को जबरन खोलकर वहां शराब की बोतलें रखी गई है। वहां न तो मैं था और न ही कोई एनएसयूआई का सदस्य। मैं इस संबंध में शिकायत दर्ज करा रहा हूं। मैंने उसकी फर्जी मार्कशीट का मामला उठाया था, इसलिए वह मेरे ऊपर बेबुनियाद आरोप लगा रहा है। मैं फर्जी मार्कशीट के मामले को कोर्ट में लेकर जाऊंगा।
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