Delhi Crime, (आज समाज), नई दिल्ली: अच्छे काम और अच्छी सोच का हमेशा अच्छा नतीजा होता है। यह बात देश की राजधानी दिल्ली में हुए एक वाकया ने साबित की है। दरअसल, यहां चांदनी चौक इलाके में एक ई-रिक्शा चलाक को रोता-बिलखता बच्चा मिला और वह उसे पास के एक पुलिस बूथ पर ले गया। बच्चा करीब 10 साल का है। उसके बाद जानिए कितनी मशक्कत के बाद पुलिस ने बच्चे के परिजन ढूंढे।
चांदनी चौक इलाके में रोती हालत में मिला था बच्चा
ई-रिक्शा चलाक बच्चे को लाहौरी गेट थाने के तहत आने वाले कूचा घासी राम पुलिस बूथ पर शाम करीब 7 बजे लेकर पहुंचा था। उसने पुलिस को बताया कि उसे बच्चा चांदनी चौक इलाके में रोती हालत में मिला था। लंबे समय तक कोशिश के बाद जब इस बच्चे ने कुछ नहीं बताया तो वह उसे लेकर पुलिस बूथ पर लेकर आ गया।
पुलिस ने बच्चे को इस तरह सामान्य कर लगाया पता
उत्तरी जिला पुलिस उपायुक्त मनोज कुमार मीणा ने बताया कि बच्चा बहुत घबराया था और वह कुछ भी बताने की हालत में नहीं था। पुलिस बूथ में मौजूद पुलिस कर्मियों ने पहले बच्चे का भरोसा जीतने की कोशिश की। उसे खाने के लिए स्नैक्स व उसकी पसंद की कुछ चीजें दीं। इसके बाद वह कुछ सामान्य हुआ और बातचीत में पता चला कि वह अपने घर से घूमते हुए काफी दूर निकल आया और वापस घर जाने का रास्ता भूल गया था।
स्पेशल टीम बनाकर परिजनों की तलाश
उपायुक्त मनोज कुमार मीणा ने बताया कि लगातार कोशिशों के बावजूद बच्चा अपने घर का पता नहीं बता पा रहा था और न ही वह अपने परिजनों की कोई जानकारी दे पा रहा था। काफी प्रयासों के बाद वह केवल इतना बता पाया कि शास्त्री पार्क इलाके के नाम से वाकिफ है। इसके बाद, एचएचओ लाहौरी गेट इंस्पेक्टर कमल किशोर के नेतृत्व में एक स्पेशल टीम बनाई गई और बच्चे के परिजनों की तलाश शुरू की गई। तमाम आरडब्ल्यूए के व्हाट्सएप ग्रुप में भी बच्चे की जानकारी शेयर की गई, लेकिन, इसका कोई सकारात्मक नतीजा नहीं निकला।
अचानक भाई को खोज रही बहन पुलिस को मिली
पुलिस की टीम आखिर में बच्चे को लेकर शास्त्री पार्क थाने यह पता करने पहुंची कि वहां बच्चे की गुमशुदगी की कोई रिपोर्ट तो दर्ज नहीं करवाई गई है। शास्त्री पार्क थाने ऐसी किसी रिपोर्ट के दर्ज न होने की जानकारी मिली। इसके बाद, पुलिस टीम ने इलाके में तमाम इलाकों में डोर-टू-डोर अभियान शुरू किया। इसी बीच, इस बच्चे की बहन पुलिस टीम को मिल गई ,जो अपने भाई को खोज रही थी। बच्चे की बहन की मदद से पुलिस उसके परिजनों तक पहुंचने में कामयाब रही। बच्चे और उसके परिजनों की पहचान पुख्ता करने के बाद पुलिस टीम ने बच्चे को सकुशल उसके घर तक पहुंचा दिया। परिजनों ने पुलिस की तारीफ की है।