नई दिल्ली। वरिष्ठ कांग्रेस नेता सचिन पायलट ने कहा है कि केंद्र की भाजपा सरकार अपनी जनविरोधी नीतियों के कारण लगातार कटघरे में है। कांग्रेस के विरोध की वजह से उसे संसद में भी अपने अनेकानेक बिल वापस लेने पड़े हैं।
पायलट ने कहा कि अब सरकार हिंडनबर्ग रिपोर्ट की जांच को लेकर फंस रही है। सुप्रीम कोर्ट की आपत्ति के बावजूद सरकार ने इसकी जांच के नाम पर चुप्पी साधी हुई है। लेकिन देश में लोकतंत्र है, यहां जनता के प्रति भी सरकार की जवाबदेही है।
पायलट जंतर-मंतर पर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रदर्शन को संबोधित कर रहे थे। प्रदर्शन में पार्टी के प्रदेश स्तरीय लगभग सभी वरिष्ठ नेता उपस्थित रहे। पार्टी के नेता कन्हैया कुमार (ज्ञंदींपलं ज्ञनउंत) ने कहा कि भाजपा सरकार ने वोट लिया हिन्दू राष्ट्र बनाने के नाम पर जबकि इसे बनाने में लगी है अडानी राष्ट्र।
एक एक करके सभी संवैधानिक संस्थाओं को खत्म कर यहां तानाशाही लाने की साजिश हो रही है। सवाल यह है कि अगर कोई चोरी हुई ही नहीं है तो सरकार हिंडनबर्ग रिपोर्ट की जेपीसी जांच करवाने में पीछे क्यों हट रही है?
प्रदेश अध्यक्ष देवेंद्र यादव ने कहा कि मौजूदा भाजपा सरकार आज जो भी नीति लाती है, वो गरीबों के लिए नहीं बल्कि अमीरों और पीएम के पूंजीपतियों मित्रों के लिए होती है। केंद्र सरकार देश की सभी सरकारी कंपनियों को कमजोर कर निजी कंपनियों को बढ़ावा दे रही है। हिंडनबर्ग की रिपोर्ट भी इसकी पुष्टि कर रही है।
प्रदर्शन को पूर्व सांसद संदीप दीक्षित, वरिष्ठ नेता अभिषेक दत्त, पूर्व मंत्री हारून यूसुफ, मंगतराम सिंघल, मनीष चतरथ सहित और अनेक नेताओं ने संबोधित किया।