आज समाज डिजिटल,नई दिल्ली:
दिल्ली के एलजी ने सरकारी स्कूलों में अतिरिक्त कक्षाओं के निर्माण में सीवीसी जांच रिपोर्ट पर कार्रवाई करने में सतर्कता विभाग की ओर से 2.5 साल की देरी पर मुख्य सचिव से रिपोर्ट मांगी है। अरविंद केजरीवाल की अगुवाई वाली दिल्ली की आम आदमी पार्टी (आप) सरकार की परेशानियां कम होती नहीं दिख रही हैं। आबकारी नीति मामले के बाद अब दिल्ली के सरकारी स्कूलों में अतिरिक्त क्लासरूम्स के निर्माण को लेकर भी सरकार मुश्किल में घिरती दिख रही है।
उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना ने स्कूलों में अतिरिक्त क्लासरूम्स के निर्माण मामले में केंद्रीय सतर्कता आयोग (सीवीसी) की जांच रिपोर्ट पर कार्रवाई करने में सतर्कता विभाग की ओर से 2.5 साल की देरी पर दिल्ली के मुख्य सचिव से रिपोर्ट मांगी है।
परियोजनाओं के निर्माण में घोर अनियमितताएं और प्रक्रियात्मक खामियां
सीवीसी जांच की रिपोर्ट में कहा गया है कि परियोजनाओं के निर्माण में घोर अनियमितताएं और प्रक्रियात्मक खामियां पाई गईं। सीवीसी द्वारा दिल्ली सरकार के विजिलेंस सेक्रेट्री को 17.02.2020 को एक रिपोर्ट भेजी गई थी, जिसमें आगे की जांचध्कार्रवाई के लिए टिप्पणी मांगी गई थी। इससे पहले, उपराज्यपाल वीके सक्सेना द्वारा दिल्ली आबकारी नीति के निर्माण और क्रियान्वयन में कथित भ्रष्टाचार और रिश्वतखोरी के आरोपों की सीबीआई जांच की सिफारिश की गई थी, जिसके बाद दिल्ली सरकार द्वारा इस साल जुलाई में नीति को वापस ले लिया गया था। इसके बाद सीबीआई ने इस संबंध में दर्ज की गई एक एफआईआर में मनीष सिसोदिया समेत 15 अन्य लोगों तथा संस्थाओं को नामजद किया है। सीबीआई ने पिछले शुक्रवार को सिसोदिया के घर समेत 31 स्थानों पर छापेमारी भी की थी।