सरकार ने पर्यावरण को बचाने के लिए 806 करोड़ रुपए किए आवंटित
Delhi Breaking News (आज समाज), नई दिल्ली। पर्यावरण प्रदूषण राष्टÑीय राजधानी में अब एक बड़ा और अहम मुद्दा बन चुका है। दिल्ली में इस बार विधानसभा चुनाव के दौरान भी सभी प्रमुख दलों ने पर्यावरण को अहम चुनावी मुद्दा बनाया था। दिल्ली में सत्ता में आने के बाद भाजपा पर्यावरण को बचाने और प्रदूषण कम करने के लिए काफी ज्यादा सतर्क दिखाई दे रही है। इसी का खुलसा भाजपा ने अपने पहले ही बजट में करके बता दिया।
दिल्ली विधानसभा में मंगलवार को मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने भाजपा सरकार का पहला बजट पेश किया है। विधानसभा में वर्ष 2025-2026 के लिए एक लाख करोड़ रुपये आवंटित किए हैं। बजट के दौरान सीएम ने इस बार बजट में बुनियादी ढांचे, शिक्षा, स्वास्थ्य सेवा, साफ पानी, स्वच्छता, प्रदूषण नियंत्रण जैसे प्रमुख मुद्दों पर ज्यादा जोर दिया है। बीते कई सालों से दिल्ली में हर साल प्रदूषण को लेकर लोग ज्यादा परेशान और सरकार चिंतित रहती है।
पर्यावरण के लिए इस तरह खर्च होंगे रुपए
सरकार ने बजट में दिल्ली के पर्यावरण और प्रदूषण को लेकर सतर्क दिख रही है। मुख्यमंत्री ने 506 करोड़ रुपए की मदद पर्यावरण को सुधारने के लिए आवंटित किए हैं तो वहीं दूसरी तरफ 300 करोड़ रुपये प्रदूषण से निजात के लिए आवंटित किए। बजट में बुनियादी ढांचा, शिक्षा, स्वास्थ्य, प्रदूषण नियंत्रण पर जोर रहा है। एयर क्वालिटी को सुधारने के लिए प्रदूषण मॉनिटरिंग सिस्टम और ग्रीन कवर बढ़ाने पर जोर दिया गया है। आगे कहा कि हमारी सरकार दिल्ली में क्लाइमेट चेंज एयर क्वालिटी पर काम करेगी।
पिछले 10 साल में दिल्ली हर क्षेत्र में पिछड़ी
मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि बीते 10 सालों में विकास के हर पैमाने पर दिल्ली पिछड़ी है। चाहे वो यमुना की सफाई हो या स्वास्थ्य सुविधाओं और वायु प्रदूषण का मुद्दा हो, पिछली सरकार ने कोई काम नहीं किया। पिछली सरकार की नीतियों की वजह से जनता त्रस्त रही थी। पिछली सरकार विकास के हर पहलू पर फेल रही थी। दिल्ली में यमुना गंदी थी, सड़कें क्षतिग्रस्त थीं, वायु प्रदूषण बहुत अधिक था। जिससे लोगों को कई परेशानियां हुईं। दिल्ली जल बोर्ड, डीटीसी घाटे में थे। गंदा पानी और ओवरफ्लो सीवर से लोग परेशान थे। यहीं दिल्ली की पहचान बन गए।
ये भी पढ़ें : Delhi Political News : पहली बार पेश किया बिना विश्लेषण का बजट : आतिशी