नई दिल्ली। जिस तरह पांच साल में कच्ची कालोनियों में विकास हुआ उतना सत्तर साल में कभी नहीं हुआ। आम आदमी पार्टी से पहले की सरकार की नियत खराब थी। वह विकास करना नहीं चाह रही थी। आम आदमी पार्टी की सरकार ने वर्ष 2015 – 2019 तक 8147 करोड़ रुपये खर्च कर कच्ची कालोनियों का कायापलट कर दिया। मुख्यमंत्री ने कहा जिस तरह पांच साल में कच्ची कालोनियों में विकास हुआ, वह पहले भी हो सकता था। लेकिन पहले की सरकारों की नियत साफ नहीं थी। इसे इस बात से भी समझा जा सकता है कि वर्ष 2009 से 2014 तक कच्ची कालोनियों पर महज 1186 करोड़ रुपये खर्च हुए। जबकि आम आदमी पार्टी ने लगभग आठ गुना अधिक खर्च कर कच्ची कालोनियों में विकास कराई।
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा दिल्ली में नौकरी की तलाश में लोग आते गए। तीस चालीस साल में बहुत ज्यादा लोग आए। डीडीए की जिम्मेदारी थी सस्ते घर दिलाने की। उसने उतने घर नहीं बनाए, इस कारण कच्ची कालोनियां विकसित हो गई। सत्तर साल तक अन्य सरकारों ने काम नहीं किया, इस कारण इन कालोनियों में विकास नहीं हो पाया। सीएम ने कहा कच्ची कालोनियां रहने लायक नहीं थी। हमने पांच साल में कच्ची कालोनियों में रहने वालों को सम्मान दिलाया। हमने सड़कें बनवाई नालियाँ बनवाई। जिससे बरसात का पानी घर में जाना बंद हुआ। सीवर की लाइनें डलवाई। 24 घंटे बिजली की व्यवस्था कराई गई। दो सौ यूनिट मुफ्त बिजली दी गई। 20 हजार लीटर मुफ्त पानी दिया गया। इससे कच्ची कालोनी में रहने वालों का जीवनस्तर भी दिल्ली के अन्य हिस्सों में रह रहे लोगों के बराबर हुआ। आज कच्ची कालोनी में रहने -वाले भी गर्व से कह सकते हैं कि हम दिल्ली का हिस्सा हैं।