Aaj Samaj (आज समाज), Delhi Flood Update, नई दिल्ली: देश की राजधानी दिल्ली के लिए यमुना के बढ़े पानी का खतरा बरकरार है। आज सुबह भी नदी का जलस्तर 208 मीटर से ऊपर रिकॉर्ड किया गया। यह 208.48 मीटर पहुंच गया है जो खतरे के निशान से 3.4 मीटर ज्यादा है। खतरे का निशान 205 मीटर है।
- सरकारी दफ्तरों में वर्कफ्रॉम होम लागू
- 23 हजार लोग सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाए
सुप्रीम कोर्ट के बाहर सड़क पर भी पानी
सुप्रीम कोर्ट के बाहर सड़क पर भी पानी भर गया है। वहीं यमुना बाजार, लालकिले, राजघाट और आईएसबीटी-कश्मीरी गेट तक अब भी सड़कों पर तीन-तीन फीट तक पानी है। इसके अलावा मजनू का टीला, निगम बोध घाट, मोनेस्ट्री मार्केट, वजीराबाद, गीता कॉलोनी और शाहदरा एरिया सबसे ज्यादा प्रभावित हुए हैं।
लगातार बचाव का काम कर रही एनडीआरएफ
एनडीआरएफ की 15 से ज्यादा टीमें लोगों की मदद के लिए लगातार काम कर रही हैं। निचले इलाकों को खाली करा लिया गया है। पिछले कल यमुना के आसपास से 23 हजार से ज्यादा लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया। इसके अलावा विभिन्न जगहों पर 2,700 राहत शिविर लगाए गए हैं।
छह जिले प्रभावित, आज सुधार की उम्मीद : एनडीआरएफ
एनडीआरएफ के डीआईजी मोहसिन शहीदी के अनुसार राजधानी के छह जिले बाढ़ से 6 प्रभावित हैं। आज स्थिति में सुधार की उम्मीद है। बता दें कि मशीनों में पानी घुसने के चलते दिल्ली के तीन वॉटर ट्रीटमेंट प्लांट बंद करने पड़े हैं। इस वजह से एक-दो दिन दिल्ली को 25 प्रतिशत कम पानी मिलेगा। दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (डीडीएमए) की बैठक के बाद एहतियातन प्रभावित इलाकों में स्कूल व कॉलेज भी बंद कर दिए गए हैं। इन शिक्षण संस्थानों को रविवार तक बंद रखने का निर्णय लिया गया है।
सीएम केजरीवाल ने दी है बिना काम घर से न निकलने सलाह
दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने बिना काम लोगों को घर से न निकलने की अपील की है। उन्होंने कहा, वॉटर ट्रीटमेंट प्लांट बंद होने से दिल्ली में 1-2 दिन पानी की किल्लत रह सकती है। सीएम ने कहा, जैसे ही यमुना का पानी कम होगा, इन्हें जल्द से जल्द चालू करने की कोशिश करेंगे। सरकारी दफ्तरों में वर्कफ्रॉम होम लागू कर दिया है। दिल्ली ट्रैफिक पुलिस ने कई इलाकों में पानी भर जाने से रूट्स में बदलाव किया है।
भारी मालवाहक वाहनों के प्रवेश पर प्रतिबंध
दिल्ली सरकार ने सिंघु बॉर्डर, बदरपुर बॉर्डर, लोनी बॉर्डर और चिल्ला बॉर्डर से भारी मालवाहक वाहनों के प्रवेश पर प्रतिबंध लगा दिया है। मजनू का टीला के बाहरी रिंग रोड को बंद कर किया गया है। बाढ़ से ट्रैफिक डायवर्जन के कारण शहर में कई जगह भारी जाम रहा। बता दें कि उत्तर भारत में मानसून की बारिश से काफी तबाही मची है। विभिन्न राज्यों में कहीं पुल ढह रहे हैं, तो कहीं भूस्खलन हो रहा है। उत्तराखंड और हिमाचल में भारी बारिश से जनजीवन सबसे ज्यादा प्रभावित हुआ है।
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