Aaj Samaj (आज समाज), Delhi Crime, नई दिल्ली: दिल्ली पुलिस ने भारत विरोधी गतिविधियों को अंजाम देने वाले समूह सिख फॉर जस्टिस (एसएफजे) के सरगना व खालिस्तानी आतंकी गुरपतवंत सिंह पन्नू के गुर्गे को गिरफ्तार किया है। उस पर पन्नू के इशारे पर काम करने का आरोप है। दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने आरोपी को दबोचा। बताया जा रहा है कि गिरफ्तार किए गए आरोपी ने कुछ समय पहले नॉर्थ दिल्ली के कश्मीरी गेट इलाके में विवादास्पद स्लोगन लिखा था। इस मामले की जांच के दौरान ही पुलिस ने उसे अरेस्ट किया है।
- विवादास्पद स्लोगन लिखने का आरोप
पन्नू के खिलाफ एनआईए ने दर्ज किया है नया केस
गौरतलब है कि एयर इंडिया की उड़ानें रोकने की धमकी को लेकर राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने पन्नू के खिलाफ सोमवार को नया मामला भी दर्ज किया है। आईपीसी की धारा 120बी, 153ए, 506 और गैर कानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम, 1967 की धारा, 10, 13, 16, 17, 18, 18बी और 20 के तहत उस पर यह केस दर्ज किया गया है। दरअसल पन्नू का हाल ही में एक वीडियो सामने आया था, जिसमें उसने एअर इंडिया की 19 नवंबर की फ्लाइट से आने वाले यात्रियों को धमकी दी थी।
पन्नू पर गलत नैरेटिव फैला रहा : एनआईए
एनआईए ने बताया कि पन्नू भारत में आतंकी घटनाओं को बढ़ावा देने के लिए गलत नैरेटिव फैला रहा है। वह सिखों व अन्य धार्मिक समूहों के बीच नफरत बढ़ाने की लगातार कोशिश कर रहा है। एनआईए ने कहा कि चार नवंबर को एक वीडियो जारी कर पन्नू सिखों से कह रहा है कि वह एअर इंडिया की 19 नवंबर और इसके बाद की फ्लाइट से यात्रा न करें क्योंकि उनकी जान को खतरा होगा।
जानिए विदेश सचिव विनय क्वात्रा ने क्या कहा था
भारत और अमेरिका की टू प्लस टू मंत्रिस्तरीय वार्ता के बाद हाल ही में विदेश सचिव विनय क्वात्रा ने कनाडा का जिक्र करते हुए कहा था, ‘हमारी मुख्य चिंता सुरक्षा है। आपने हाल ही में पन्नू का वीडियो देखा होगा। इससे गंभीर सुरक्षा चितांए उभरती है। हमने अपनी स्थिति बिल्कुल स्पष्ट कर दी है। हमें लगता है कि वे इसे समझते हैं। बता दें कि भारत कनाडा सरकार से आए दिन पन्नू समेत अन्य खालिस्तानियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग करता रहा है।
भारत कनाडा के बीच विवाद की वजह
कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने हाल ही में दावा किया था कि निज्जर की हत्या में भारतीय एजेंट शामिल हो सकता है। इस आरोप को भारत सरकार ने खारिज करते हुए कहा था कि ट्रूडो ऐसे बयान राजनीति से प्रेरित होकर दे रहे हैं। ट्रूडो के बयान के बाद से भारत और कनाडा के बीच विवाद चल रहा है।
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