चंडीगढ़। कोरोना के बढ़ते खतरे को देखते हुए प्रदेश के गुरुग्राम व फरीदाबाद जिलों से सटे राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के बॉर्डर को सील कर दिया है। अब दिल्ली से आवाजाही पर पूरी तरह बैन होगा, न कोई आ सकेगा और न कोई जा सकेगा। इस बारे में होम मिनिस्टर अनिल विज ने बताया कि मिनिस्ट्री ऑफ होम अफेयर्स गाइडलाइंस को फॉलो किया जा रहा है और किसी भी हालत में नियमों में ढ़ील नहीं दी जाएगी। दिल्ली में बीमारी के बढ़ते केसिज के मद्देनजर ऐसा करना बेहद जरुरी है।
केजरीवाली ने की सीएम हरियाणा से बातचीत
हरियाणा बॉर्डर सील होने के बाद दिल्ली जाने वाले राज्यों के कर्मचारियों के लिए रुकने का इंतजाम वहीं करना होगा। हरियाणा ने कुछ गेस्ट हाउस व इमारतों के इस्तेमाल लिए भी सहयोग करते इसकी अनुमति दिल्ली सरकार को दे दी है। । प्राप्त जानकारी अनुसार दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने मंगलवार को प्रदेश के सीएम मनोहर लाल से बातचीत की थी।
हरियाणा की तरह दिल्ली भी खुद इंतजाम करे
अनिल विज ने कहा कि हरियाणा ने हर तरह की स्थिति में खुद को संभाला है। जिस तरह से हरियाणा ने निजी इमारतों या होटलों को कोरोना संकट में इस्तेमाल किया है, दिल्ली सरकार को भी उसी तरह ये करना चाहिए। दिल्ली को खुद इंतजाम करने चाहिए। क्योंकि इस मौके पर आवाजाही खोलकर कोरोना के खतरे को खुला निमंत्रण होगा।
एक से दूसरे जिलों में भी आवाजाही पूरी तरह बंद
बता दें कि एमएचए की गाइडलाइंस को देखते हुए अंर्तराज्यीय आवाजाही के अलावा जिलों में आने जाने पर रोक है। किसी को भी अनुमति नहीं है कि वो एक से दूसरे जिले में आए-जाए।
सभी बॉर्डर को पूरी तरह सील कर दिया है, कोरोना के खतरे को देखते हुए हम किसी भी तरह की ढ़ील नहीं देंगे। दिल्ली सरकार को हमारी तरह निजी भवनों, होटलों व टूरिज्म इमारतों का इस्तेमाल इस दौरान करना चाहिए। एमएचए की गाइडलाइंस की अनुपालना सुनिश्चित करना ही हमारी प्राथमिकता है।
अनिल विज, होम मिनिस्टर, हरियाणा