Blast At Rohini, Delhi, (आज समाज), नई दिल्ली: देश की राजधानी दिल्ली के रोहिणी में त्योहार के दिन हुए बम धमाके को लेकर सुरक्षा एजेंसियां सकते में हैं। सूत्रों के अनुसार अब तक की जांच में सामने आया है कि विस्फोट में अमोनियम नाइट्रेट और फॉस्फोरस का इस्तेमाल किया गया है। बता दें कि आज करवा चौथ है और इस बीच राजधानी में ब्लास्ट की वारदात से चिंता बढ़ना लाजिमी है। ब्लास्ट के बाद त्योहार के मद्देनजर दिल्ली पुलिस अलर्ट मोड पर है। बाजारों में पैदल गश्त तेज कर दी गई है। पुलिस ने लोगों से अपील की है कि उन्हें कोई संदिग्ध वस्तु दिखे तो तत्काल सूचना दें।
कोई जानी नुकसान नहीं
रोहिणी के सेक्टर-14 स्थित प्रशांत विहार इलाके (Prashant Vihar area) में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF) स्कूल के पास आज सुबह लगभग 7.30 बजे तेज धमाका हुआ है। हालांकि इसमें कोई जानी नुकसान नहीं हुआ है। पास खड़े वाहनों व दुकानों के शीशे आदि टूटे हैं। वारदात की सूचना के बाद से दिल्ली पुलिस के अलावा स्पेशल सेल, एफएसएल की टीम, आईबी व एनएसजी और CRPF के अधिकारी मौके पर जांच में जुटे हैं। दमकल विभाग के अधिकारी भी मौके पर पहुंचे थे।
सोशल मीडिया पर सामने आया वीडियो
पुलिस अधिकारियों के मुताबिक सोशल मीडिया पर सामने आए एक कथित वीडियो में धमाके के बाद घटनास्थल पर धुएं का घना गुब्बार दिख रहा है। पुलिस का कहना है कि कंटेनर में बम रखा गया था। घटना स्थल से सफेद पाउडर भी बरामद किया गया है। अधिकारियों के अनुसार कंटेनर ज्यादा टाइट नहीं था, नहीं तो बड़ा नुकसान हो सकता था।
पूरे इलाके को अपने कब्जे में ले लिया गया
मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए सीआरपीएफ और दिल्ली पुलिस ने पूरे इलाके को अपने कब्जे में ले लिया है। साथ ही एनआईए, आईबी व एनएसजी भी मामले की जांच कर रहे हैं। स्कूल की दीवार व पास की दुकानों की मैपिंग की जा रही है। पुलिस का कहना है कि विस्फोट के इस्तेमाल की गई सामग्री स्थानीय बाजार से खरीदी हो सकती है।
आतंकी हमले के एंगल से भी की जा रही जांच
पुलिस ने यह बताया है कि धमाके के पीछे मुस्लिम कट्टरपंथियों का हाथ हो सकता है। अधिकारियों ने कहा है कि आतंकी हमले से इनकार नहीं किया जा सकता है। इस एंगल से भी जांच की जा रही है। सीसीटीवी फुटेज व सीवर लाइन की भी जांच की जा रही है। शुरुआती जांच में सूत्रों ने बताया है कि विस्फोट में इस्तेमाल की गई सामग्री क्रूड बम जैसी है। हालांकि जांच पूरी होने के बाद ही पुष्टि होगी कि आतंकी हमला था या घटना का कोई और कारण है। अधिकारियों ने कहा है कि 2011 में दिल्ली हाई कोर्ट की कार पार्किंग में हुए धमाके जैसा यह धमाका है।
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