शीतकालीन सत्र में सीएम आतिशी को करना पड़ सकता है विरोध का सामना
प्रदूषण पर सरकार को घेरने की तैयारी में विपक्ष
Latest Delhi News (आज समाज), नई दिल्ली। दिल्ली विधानसभा का शीतकालीन सत्र 29 नवंबर से शुरू होकर 3 दिसंबर तक चलेगा। विधानसभा सत्र के दौरान सरकार विशेषकर दिल्ली की नई सीएम आतिशी को विपक्ष के कड़े विरोध का सामना करना पड़ सकता है। राजधानी के कई ज्वलंत मुद्दों पर विपक्ष के आक्रामक होने की पूरी संभावना है। खासकर वर्तमान में दिल्ली में फैले प्रदूषण की समस्या को लेकर पक्ष आक्रामक तेवर अपनाएगा। ज्ञात रहे कि राजधानी दिल्ली में प्रदूषण अपने चरम पर है। दूसरी तरफ सरकार इससे निपटने में पूरी तरह से विफल साबित हो रही है। जिसके चलते विपक्ष को इसपर सरकार को घेरने का मौका मिल गया है।
इन मुद्दों पर भी घमासान की उम्मीद
हर बार की तरह जहां दिल्ली के विकास के मुद्दे पर जहां आम आदमी पार्टी के विधायक केंद्र सरकार पर ठीकरा फोड़ेंगे वहीं भाजपा वायु प्रदूषण, यमुना की सफाई, जर्जर सड़क, स्वास्थ्य व परिवहन के मुद्दे पर दिल्ली सरकार को कटघरे में खड़ा करने की तैयारी में है। प्रदेश भाजपा मुद्दो को लेकर विधानसभा का घेराव भी कर सकता है वहीं आम आदमी पार्टी के संयोजक व विधायक अरविंद केजरीवाल आगामी विधानसभा चुनाव में उनकी पार्टी का क्या रहेगा एजेंडा उसके रोडमैप की झलक पेश कर सकते है।
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उधर, विधानसभा नेता प्रतिपक्ष विजेंद्र गुप्ता ने विधानसभा के सत्र में प्रश्नकाल रखने की मांग की। इस बाबत विधानसभा अध्यक्ष को पत्र भी लिखा है। जिसमें कहा है कि इस साल एक बार भी प्रश्नकाल नहीं रखा गया है। लोकतांत्रिक प्रणाली में विधानसभा के सत्रों में प्रश्नकाल का न रखना जनप्रतिनिधियों के संवैधानिक अधिकारों का उल्लंघन है। यदि सत्र में प्रश्नकाल ही नहीं रखा जाएगा तो विधायक अपनी समस्याओं को कैसे सरकार के सामने उठाएंगे।
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