- उपायुक्त ने एडीसी को दिए निर्देश कहा, बिना सूचना गैर-हाजिर पाए जाने पर बीडीपीओ इंद्री व सर्व शिक्षा अभियान के डीपीसी को कारण बताओ नोटिस करें जारी
प्रवीण वालिया, करनाल :
उपायुक्त अनीश यादव ने डी प्लान स्कीम से जुड़े कार्यकारी एजेंसियों के अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे इस योजना के तहत अलॉट किए गए विकासात्मक कार्यों को शत-प्रतिशत जल्द से जल्द पूरा करवाएं और उसका उपयोगिता प्रमाण पत्र अतिरिक्त उपायुक्त के कार्यालय में भिजवाना सुनिश्चित करें। उन्होंने स्पष्ट किया कि डी प्लान स्कीम के तहत जितना जल्दी विकास कार्य को पूरा करवाएंगे, उतना ही जल्दी केन्द्र व राज्य सरकार से इस स्कीम में और बजट की मांग की जा सकेगी।
उपायुक्त ने एडीसी को दिए निर्देश
उपायुक्त सोमवार को लघु सचिवालय के सभागार में डी प्लान स्कीम के तहत करवाए जाने वाले विकास कार्यों की समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने ब्लॉक व नगरपालिका अनुसार अलॉट किए गए विकास कार्यों की प्रगति रिपोर्ट ली और अधिकारियों को निर्देश दिए कि जो कार्य पूरे हो चुके हैं, उनके बिल तथा उपयोगिता प्रमाण पत्र भिजवाना सुनिश्चित करें तथा जो कार्य नोट फिजीबल हैं, उनकी जगह नए काम अलॉट करवाने के प्रस्ताव भेजें। उन्होंने निर्देश दिए कि डी प्लान स्कीम के कार्य में ढिलाई न बरतें, निर्धारित समयावधि में सभी विकास कार्यों को पूरा करवाएं ताकि आम जनता को विकास कार्यों का लाभ मिल सके।
उपायुक्त ने बैठक में एडीसी को निर्देश दिए कि जिन कार्यकारी एजेंसियों की प्रगति 50 प्रतिशत से कम है, उनको नोटिस जारी किया जाए। इसी प्रकार उन्होंने बिना सूचना के गैर हाजिर पाए जाने पर निर्देश दिए कि वे बीडीपीओ इंद्री व सर्व शिक्षा अभियान के डीपीसी को कारण बताओ नोटिस जारी करें। उपायुक्त ने समीक्षा के दौरान डी प्लान स्कीम के तहत बीडीपीओ निसिंग व घरौंडा के साथ-साथ जिले की सभी नगर पालिकाओं में बढिय़ा कार्य किए जाने पर सराहना की तथा शेष को भी निर्देश दिए कि वे भी अपने कार्य को जल्द पूरा करें।
288 विकासात्मक कार्यों को करवाया जा रहा पूरा
बैठक में एडीसी डॉ. वैशाली शर्मा ने बताया कि डी प्लान स्कीम के तहत वर्ष 2022-23 के दौरान जिला में 12 करोड़ 22 लाख 36 हजार रुपये की राशि 288 विकासात्मक कार्यों के लिए जारी की गई है, जिसमें से 149 विकास कार्य पूरे हो चुके हैं तथा 115 कार्य अंतिम चरण में हैं और 24 कार्य नोट फिजीबल पाए गए हैं, उनकी जगह नए कार्यों को करवाने की स्वीकृति प्रदान की गई। उन्होंने बताया कि पंचायती राज को 27 विकास कार्य अलॉट किए गए थे जिनमें से 12 कार्य पूरे हो चुके हैं तथा 9 कार्य अंतिम चरण में हैं, 6 कार्य नोट फिजीबल पाए गए। इसी प्रकार असंध ब्लॉक में बीडीपीओ को 24 कार्य अलॉट किए गए, जिनमें से 12 कार्य पूरे हो गए हैं, 7 कार्य अंतिम चरण में हैं तथा 5 कार्य नोट फिजीबल हैं। इसी प्रकार घरौंडा ब्लॉक में बीडीपीओ को 13 कार्य अलॉट किए गए हैं, जिनमें से 5 पूरे हो चुके हैं तथा 8 कार्य अंतिम चरण में हैं।
उन्होंने बताया कि इंद्री ब्लॉक में बीडीपीओ को 22 कार्य अलॉट किए गए, जिनमें से 6 कार्य पूरे हो गए हैं, 16 कार्य अंतिम चरण में हैं। इसी प्रकार करनाल ब्लॉक में बीडीपीओ को 25 कार्य अलॉट किए गए, जिनमें से 15 कार्य पूरे हो गए हैं, 7 कार्य अंतिम चरण में हैं तथा 3 कार्य नोट फिजीबल हैं। कुंजपुरा ब्लॉक में बीडीपीओ को 11 कार्य अलॉट किए गए, जिनमें से 1 कार्य पूरा हो गया है, 9 कार्य अंतिम चरण में हैं तथा 1 कार्य नोट फिजीबल है। मुनक ब्लॉक में बीडीपीओ को 15 कार्य अलॉट किए गए, जिनमें से 1 कार्य पूरे हो गया है, 11 कार्य अंतिम चरण में हैं तथा 3 कार्य नोट फिजीबल हैं। नीलोखेड़ी ब्लॉक में बीडीपीओ को 27 कार्य अलॉट किए गए, जिनमें से 13 कार्य पूरे हो गए हैं, 9 कार्य अंतिम चरण में हैं तथा 5 कार्य नोट फिजीबल हैं।
निसिंग ब्लॉक में बीडीपीओ को 35 कार्य अलॉट किए गए, जिनमें से 28 कार्य पूरे हो गए हैं, 6 कार्य अंतिम चरण में हैं तथा 1 कार्य नोट फिजीबल है। एडीसी ने बताया कि नगरपालिका असंध में सचिव को 11 कार्य अलॉट किए गए, नगरपालिका घरौंडा के सचिव को 7 कार्य अलॉट किए गए थे, नगरपालिका इंद्री को 3 कार्य अलॉट किए गए थे, नगरपालिका नीलोखेड़ी को 3 कार्य किए गए थे, नगरपालिका तरावड़ी को 3 कार्य अलॉट किए गए थे, जोकि सभी कार्य पूरे हो चुके हैं। इसी प्रकार निसिंग नगरपालिका को 7 कार्य अलॉट किए गए थे, 5 कार्य पूरे हो गए हैं और 2 कार्य अंतिम चरण में हैं तथा नगर निगम करनाल को 30 कार्य अलॉट किए गए थे जिनमें से 12 कार्य पूरे हो गए हैं तथा 18 कार्य अंतिम चरण में हैं। इसी प्रकार सर्व शिक्षा अभियान के तहत डीपीसी को 25 कार्य अलॉट किए गए थे जिनमें से 12 कार्य पूरे हो गए हैं तथा 13 कार्य अंतिम चरण में हैं।
बैठक में ये रहे मौजूद
बैठक में एडीसी डॉ. वैशाली शर्मा, परियोजना अधिकारी राजेन्द्र कुमार, सहायक परियोजना अधिकारी अमित कुमार, पंचायती राज के कार्यकारी अभियंता परविन्द्र सिंह, नगर निगम की कार्यकारी अभियंता मोनिका, बीडीपीओ व नगरपालिका सचिव मौजूद रहे।
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