आशीष सिंह । नई दिल्ली भारत को रक्षा क्षेत्र, एयरोस्पेस और नेवल शिपबिल्डिंग सेक्टर में दुनिया के अग्रणी देशों में शामिल करने के लिए रक्षा मंत्रालय ने आज आत्मनिर्भरत भारत पैकेज के तहत कई ऐलान किए। देश के इन क्षेत्रों में आत्मनिर्भर बनाने के लिए रक्षा मंत्रालय ने रक्षा उत्पादन और निर्यात प्रोत्साहन नीति 2020 का मसौदा तैयार किया है। रक्षा निर्माण में आत्मनिर्भरता प्रदान करने के उद्देश्य से इस ‘आत्मानिर्भर भारत पैकेज’ के तहत कई घोषणाएं की गईं।
लक्ष्य और उद्देश्य
1- 2025 तक एयरोस्पेस और रक्षा वस्तुओं और सेवाओं में 35,000 करोड़ रुपये के निर्यात सहित 1,75,000 करोड़ रुपये का कारोबार हासिल करने का लक्ष्य।
2-गुणवत्ता वाले उत्पादों के साथ सशस्त्र बलों की जरूरतों को पूरा करने के लिए एयरोस्पेस और नौसेना जहाज निर्माण उद्योग सहित एक गतिशील, मजबूत और प्रतिस्पर्धी रक्षा उद्योग विकसित करना।
3-आयात पर निर्भरता कम करने और घरेलू डिजाइन और विकास के माध्यम से “मेक इन इंडिया” पहल को आगे बढ़ाना।
4-रक्षा उत्पादों के निर्यात को बढ़ावा देने और वैश्विक रक्षा मूल्य श्रृंखलाओं का हिस्सा बनना।
5-एक ऐसा वातावरण बनाने जो रिसर्च एंड डेवलपमेंट को प्रोत्साहित करता हो, पुरस्कार, नवाचार भारतीय आईपी स्वामित्व बनाना और एक मजबूत आत्मनिर्भर रक्षा उद्योग को बढ़ावा देना।
खरीद सुधार: एमएसएमई / स्टार्टअप को स्वदेशीकरण और सहायता, संसाधन आवंटन का अनुकूलन करें, निवेश संवर्धन, एफडीआई और व्यापार करने में आसानी; नवाचार और आर एंड डी; डीपीएसयू और ओएफबी; गुणवत्ता आश्वासन और परीक्षण अवसंरचना; और निर्यात प्रोत्साहन।