नई दिल्ली। केंद्रीय रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने पोखरण में कहा कि अभी तक हमारी न्यूक्लियर को लेकर पॉलिसी पहले इस्तेमाल न करने की र ही है। लेकिन भविष्य में क्या होता है यह हालात पर निर्भर रहेगा। रक्षामंत्री राजनाथ सिंह पांचवी अंतरराष्ट्रीय आर्मी स्काउट मास्टर्स प्रतियोगिता के समापन समारोह में पहुंचे थे। यह आयोजन राजस्थान के जैसलमेर में हो रहा था। रक्षामंत्री पोखरण के दौरे पर भी गए। उसके बाद उन्होंने अपने ट्विटर पर ट्वीट किया कि पोखरण वह क्षेत्र है जिसने भारत को परमाणु शक्ति बनाने के लिए अटलजी के दृढ़ संकल्प को देखा और अभी तक नो फर्स्ट यूज के सिद्धांत के प्रति प्रतिबद्ध है। भारत ने इस सिद्धांत का कड़ाई से पालन किया है। भविष्य में क्या होता है यह परिस्थितियों पर निर्भर करता है। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने अंतरार्ष्ट्रीय आर्मी स्काउट मास्टर प्रतियोगिता में शामिल देशों का आह्वान किया कि सभी देश वैश्विक चुनौतियों के साथ मिलकर लड़ेंगे। उन्होंने रूस की चर्चा करते हुए कहा कि भारत के रूस से पहले से लम्बे एवं गहरे रिश्ते रहे है। मध्य एशिया में कजाकिस्तान आदि के साथ भी व्यापारिक एवं सांस्कृतिक रिश्ते है। सूडान में एक दशक से ज्यादा समय से शांति सेना के जरिए भारत अमूल्य योगदान दे रहा है। इस अवसर पर थल सेना अध्यक्ष बिपिन रावत तथा अन्य कई अधिकारी मौजूद थे। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के पुण्यतिथि पर उन्हें श्रद्धाजंलि भी अर्पित की।