रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह शुक्रवार को अपने दो दिनों के लद्दाख और जम्मू-कश्मीर केदौरे पर हैं। आज सुबह वह लेह पहुंचे और उन्होंने वहां फारवर्ड पोस्ट पर सैनिकों से मुलाकात की। यह दौरा भारत के लिहाज से बहुत महत्वपूर्ण माना जा रहा है क्योंकि चीन के साथ भारत की बातचीत चल रही है और एलएससी पर तनाव को कम करने का प्रयास किया जा रहा है। एलएसी पर चीन सैनिको को वापस कर रहा है। भारत ने शुरु से कहा है कि एलएसी पर पहले वाली स्थति कायम करनी होगी। हालांकि प्राप्त जानकारी के अनुसार चीन ने पैयांग से पीछे हटनेके लिए मना किया है। आज रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने सैनिकों के साथ मुलाकात कर उनकी हौसला अफजाई की और सबसे हालचाल पूछा। बता दें कि लेह में रक्षामंत्री पांच घंटे बिताने के बाद कश्मीर जाएंगे। रक्षा मंत्री को स्टाकना व्यू प्वाइंट पर वायुसेना और थल सेना का दमखम भी दिखाया गया। इसमें पैरा ड्रॉपिंग समेत सेना के पैरा कमांडोज की आॅपरेशनल तैयारियां दिखाईगर्इं। राजनाथ सिंह ने लद्दाख में जवानों को अपने हाथों से मिठाई खिलाई। उन्होंने कहा कि हिंदुस्तान ने कभी किसी की एक इंच जमीन नहीं ली। उन्होंने खास तौर पर कहा कि हम जवानों की शहादत को नहीं भूलेंगे। हिंदुस्तान ने पूरे विश्व को शांति का संदेश दिया है। लेकिन स्वाभिमान को चोट पहुंचाने वालों को मुंहतोड़ जवाब दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि एलएसी विवाद का हल निकालना चाहिए। विवाद कहां तक होगा कह नहीं सकते। विवाद सुलझाने के लिए बातचीत चल रही है। बता दें कि विदेश मंत्रालय की ओर से कहा गया है कि भारत अपने पहले रुख पर ही कायम है। प्रवक्ता अनुराग श्रीवास्तव ने कहा, पूर्वी लद्दाख में सीमा विवाद को लेकर भारत के रुख में कोई बदलाव नहीं है। हम नियंत्रण रेखा का पूरी तरह सम्मान करते हैं। विदेश मंत्रालय की ओर से कहा गया कि भारत एलएसी पर यथास्थिति में कोई बदलाव बर्दाश्त नहीं करेगा।