नई दिल्ली। केंद्र सरकार ने जम्मू-कश्मीर से धारा 370 हटाने के बाद जम्मू-कश्मीर को दो हिस्सों में बांट दिया है। जम्मू-कश्मीर और लद्दाख इन दोनों को अलग कर केंद्र शासित प्रदेश बनाए गए है। अब गुरुवार को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह लद्दाख जाएंगे। रक्षा मंत्री का धारा 370 हटने के बाद यह पहला दौरा होगा। यह दौरा काफी विशेष माना जा रहा है। साथ ही आपको बता दें कि 10 सितंबर के बाद कभी भी मुख्तार अब्बास नकवी कश्मीर का दौरा कर सकते हैं। इससे पहले अल्पसंख्यक मामलों के मंत्रालय के सचिव शैलेश की अगुवाई में छह सदस्यीय टीम मंगलवार को दो दिवसीय दौरे पर श्रीनगर पहुंची। समिति कश्मीर घाटी में विकास कार्यों का जायजा लेकर अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी को रिपोर्ट सौंपेगी। समिति जम्मू और लेह का भी दौरा करेगी। सचिव शैलेश के अलावा टीम में प्रधानमंत्री जन विकास कार्यक्रम की संयुक्त सचिव निगार फातिमा, राष्ट्रीय अल्पसंख्यक विकास और वित्त प्राधिकरण की चेयरमैन एवं प्रबंधक निदेशक शाहबाज अली, सेंट्रल वक्फ काउंसिल के सचिव एसएएस नकवी शामिल हैं। श्रीनगर पहुंचने के बाद शैलेश ने राज्यपाल सत्यपाल मलिक से मुलाकात की और संभाग में अल्पसंख्यकों के कल्याण ओर युवाओं के सामाजिक आर्थिक विकास की संभावनाओं पर चर्चा की। राज्यपाल ने इस दौैरान जम्मू-कश्मीर के त्वरित विकास की जरूरत पर जोर देते हुए कहा कि केंद्र सरकार की विभिन्न योजनाओं का लाभ यहां के लोगों को मिलना चाहिए। उन्होंने युवाओं में कौशल विकास की जरूरत जताई ताकि बाजार में रोजगार की जरूरतों के अनुसार युवा वर्ग कुशल बने।