Defence Minister Khwaja Asif: पाकिस्तान ने मानी आतंकियों के समर्थन की बात 

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Defence Minister Khwaja Asif
Defence Minister Khwaja Asif: पाकिस्तान ने मानी आतंकी समूहों को समर्थन देने की बात 

Pakistan Supports Terrorist Groups, (आज समाज), इस्लामाबाद: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए घातक आतंकी हमले को लेकर भारत के सख्त रुख और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की चेतावनी के बाद पाकिस्तान ने आतंकी समूहों को वित्तपोषित करने और उन्हें समर्थन देने की बात मान ली है। एक रिपोर्ट के मुताबिक पड़ोसी मुल्क के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने कहा है कि उन्होंने अमेरिका के लिए यह गंदा काम किया। एक वायरल वीडियो क्लिप में ख्वाजा आसिफ स्थानीय चैनल के साथ बातचीत कर रहे हैं।

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हम 3 दशक से अमेरिका के लिए यह गंदा काम कर रहे

मीडिया ने जब पाकिस्तानी रक्षा मंत्री से पूछा कि क्या आप स्वीकार करते हैं कि  पाकिस्तान का आतंकी संगठनों को समर्थन, प्रशिक्षण व वित्तपोषित करने का एक लंबा इतिहास रहा है। इसके जवाब में ख्वाजा आसिफ ने कहा, हम करीब 3 दशकों से अमेरिका के लिए यह गंदा काम कर रहे हैं। ब्रिटेन समेत पश्चिम देशों के लिए भी हम यह गलती कर रहे थे जिसका हमें खामियाजा भुगतना पड़ा।

कई वर्षों से आतंकी समूहों को पनाह दे रहा पाक 

आसिफ के बयान से यह तथ्य उजागर होता है कि पाकिस्तान कई वर्षों से इन आतंकी समूहों को पनाह दे रहा है। पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ने कहा, यदि  हम सोवियत संघ के खिलाफ युद्ध में और बाद में 9/11 के बाद के युद्ध में शामिल नहीं होते, तो पाकिस्तान का ट्रैक रिकॉर्ड बेदाग होता। उन्होंने बातचीत के दौरान भारत के साथ पूरी तरह युद्ध की संभावना की भी चेतावनी दी है।

आक्रामकता का भारत को करारा जवाब दिया जाएगा

ख्वाजा आसिफ ने गुरुवार को राजधानी इस्लामाबाद में प्रेस कांफ्रेंस के दौरान दावा किया कि भारत पूरी तरह पाकिस्तान में दहशतगर्दी की तैयारी कर रहा है। उन्होंने यह भी कहा कि यदि यह साबित हो जाता है कि पाकिस्तानी नागरिकों पर हमले में किसी भी तरह भारत शामिल है तो भारत के लोग भी सेफ नहीं रहेंगे। उन्होंने बुधवार को भी युद्ध की धमकी दी थी। ख्वाजा आसिफ ने कहा था कि उनकी सेना पूरी तरह तैयार है और हर आक्रामकता का भारत को करारा जवाब दिया जाएगा।

सीसीएस की बैठक में हमले के सीमा पार संबंध सामने लाए गए 

भारत के विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने इससे पहले कहा था कि सुरक्षा पर कैबिनेट समिति की बैठक में आतंकी हमले के सीमा पार संबंधों को सामने लाया गया। यह ध्यान दिया गया कि पहलगाम में  हमला केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर में चुनावों के सफल आयोजन और आर्थिक विकास की दिशा में इसकी निरंतर प्रगति के मद्देनजर हुआ। हमले में 26 लोग मारे गए थे

केंद्र ने हमले के बाद की कई कूटनीतिक उपायों की घोषणा 

केंद्र सरकार ने कई कूटनीतिक उपायों की घोषणा की, जैसे अटारी में एकीकृत चेक पोस्ट (आईसीपी) को बंद करना, पाकिस्तानी नागरिकों के लिए सार्क वीजा छूट योजना (SVES) को निलंबित करना, उन्हें अपने देश लौटने के लिए 40 घंटे का समय देना। भारत ने पहलगाम हमले के मद्देनजर 1960 में हस्ताक्षरित सिंधु जल संधि को भी रोक दिया।

साजिशकर्ताओं को उनकी कल्पना से परे सजा मिलेगी : मोदी

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश को यह आश्वासन भी दिया कि इस हमले के लिए जिम्मेदार आतंकवादियों के साथ-साथ इसकी साजिश रचने वालों को उनकी कल्पना से परे सजा मिलेगी। प्रधानमंत्री ने जोर देकर कहा कि आतंकवाद के बचे हुए गढ़ों को खत्म करने का समय आ गया है और 140 करोड़ भारतीयों की इच्छाशक्ति अब आतंक के अपराधियों की कमर तोड़ देगी।

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