हरियाणा कांग्रेस के प्रधान उदयभान ने जारी की थी लिस्ट
सैलजा गुट की अनदेखी के कारण लगी रोक
Chandigarh News (आज समाज) चंडीगढ़: विधानसभा चुनाव में हार के बाद भी हरियाणा कांग्रेस में गुटबाजी चरम पर है। इसका ताजा उदाहरण हाल ही में देखने को मिला। हरियाणा कांग्रेस के प्रधान उदयभान ने जिला प्रभारियों की नियुक्ति करते हुए लिस्ट जारी की। इस लिस्ट पर हरियाणा कांग्रेस के प्रभारी उदयभान ने तत्काल प्रभाव से रोक लगा दी है। जिला प्रभारियों की नियुक्ति पर रोक लगना हुड्डा गुट के लिए एक झटका भी साबित हो सकता है। क्योंकि इस जिला प्रभारियों की इस सूची में सैजला गुट की अनदेखी की गई।
जिस कारण इस लिस्ट पर रोक लगी है। पूर्व केंद्रीय मंत्री बीरेंद्र सिंह के गुट को भी इस सूची में जगह नहीं मिली। माना जा रहा है कि इन्हीं की शिकायत पर बाबरिया ने यह कार्रवाई की है। बाबरिया ने सीधे मीडिया को जारी प्रेस नोट में कहा कि हरियाणा प्रदेश कार्यालय की ओर से 18 दिसंबर 2024 को जारी जिला प्रभारियों की नियुक्ति को अगले आदेश तक फिलहाल लंबित किया जाता है। जो लिस्ट रोकी गई उसमें प्रदेश अध्यक्ष ने 6 विधायक, 12 पूर्व विधायक और 2 पूर्व मंत्री शामिल किए थे। इसके पीछे निकाय चुनाव से पहले कांग्रेस को मजबूत करने की वजह मानी जा रही थी।
इसलिए नियुक्तियों पर लगी रोक
जिला प्रभारियों की इस सूची में सिरसा सांसद कुमारी सैलजा को तरजीह नहीं दी गई। चुनावी हार के बावजूद भी हुड्डा ग्रुप का संगठन पर दबदबा कायम है। हालांकि हाईकमान ने प्रभारियों की लिस्ट में सैलजा गुट के नेताओं को जगह न देने का सीरियस नोटिस लिया है। इस लिस्ट में उचाना से चुनाव हारे पूर्व केंद्रीय मंत्री चौधरी बीरेंद्र सिंह के पूर्व सांसद बेटे बृजेंद्र सिंह का नाम शामिल नहीं किया था। इसलिए बीरेंद्र सिंह भी विरोध में आ गए। जिला प्रभारियों की लिस्ट में फेरबदल के बारे में प्रदेश प्रभारी या हाईकमान से कोई बात नहीं की गई। इसी वजह से हाईकमान ने लिस्ट रोक दी।
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