चीन के वुहान से खतरनाक कोरोनावायरस अब दुनिया के 17 देशों में पहुंच चुका है। भारत, नेपाल, तिब्बत, कंबोडिया और श्रीलंका में इसके एक-एक मरीज मिल चुके हैं। ऐसे में विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने इसे देखते हुए अंतरराष्ट्रीय आपातकाल घोषित कर दिया है। हालांकि इससे पहले डब्ल्यूएचओ ने लोगों के मास्क पहनने को लेकर सलाह दी थी। वहीं चीन में इस खतरनाक वायरस से मरने वालों की संख्या 213 पहुंच चुकी है। 30 जनवरी तक दुनिया भर में कोरोना वायरस के कुल 7711 मामले दर्ज किए हैं जिनमें से 170 लोगों की मौत हो चुकी है। चीन के अलावा दुनिया के 21 देशों तक कोरोना वायरस पहुंच चुका है। भारत, श्रीलंका, नेपाल, फिनलैंड, एंगोला और कंबोडिया में एक-एक केस सामने आ चुका है। जबकि थाईलैंड (14), सिंगापुर (10), जापान (08), मलेशिया (07), आॅस्ट्रेलिया और यूएसए में पांच-पांच केस दर्ज हुए हैं। वहीं फ्रांस, दक्षिणी कोरिया, जर्मनी और यूएई में चार-चार, वियतनाम व कनाडा में दो-दो, हांगकांग (10), ताइवाइन (08) और मकाओ में सात मरीज सामने आ चुके हैं।
कोरोना वायरस के लक्षण
कोरोना वायरस जानवरों और इंसान दोनों को संक्रमित कर सकता है। कोरोनावायरस सांस संबंधी इंफेक्शन से जुड़ा हुआ है। इसके लक्षणों में नाक का बहना, खांसी, गले में खराश और बुखार शामिल हैं। अधिकतर मामलों में आप नहीं जान सकते हैं कि आपको सामान्य बुखार है या फिर कोरोनावायरस। इसके लिए आपको लैब टेस्ट कराना होगा। निमोनिया, फेफड़ों में सूजन, छींक आना, अस्थमा का बिगड़ना भी इसके लक्षण हैं। जिसमें नाक और गले का टेस्ट और ब्लड टेस्ट होंगे। अगर कोरोना वायरस इंफेक्शन आपके सांस की नली और फेफड़ों तक पहुंच गया है तो यह निमोनिया का कारण बन सकता है। खास उन लोगों में जो बूढ़ें है और जिन्हें दिल की बीमारी है या फिर जिनका प्रतिरक्षा तंत्र कमजोर है। इससे बचने के लिए किसी बीमार, जुकाम, निमोनिया से ग्रसित व्यक्ति के संपर्क में आने से बचें। मास्क पहनें। अपनी आंखों, नाक और मुंह को न छुएं। हाथों को बार बार अच्छे से साबुन से धोएं।