महाराष्ट्र में भाजपा और एनसीपी के अजीत पवार ने मिलकर शनिवार को सरकार बना ली। देवेंन्द्र फड़णवीस ने मुख्यमंत्री और अजीत पवार उपमुख्यमंत्री ने पद और गोपनीयता की शपथ ली। बता दें कि लगातार महाराष्ट्र में सरकार बनाने को लेकर शिवसेना प्रयासरत थी। मुख्यमंत्री पद न मिलने पर शिवसेना ने भाजपा से अपना नाता तोड़ लिया था। इस राजनीतिक उठापटक के बाद अब वाई.बी. चव्हाण हॉल में यह प्रेस कांन्फ्रेंस आयोजित हुई। शिवसेना के उद्धव ठाकरे और एनसीपी के शरद पवार ने मिलकर साझा प्रेस कांन्फ्रेंस की। बैठक ने कांग्रेस एनसीपी और शिवसेना ने निर्णय लिया था कि सरकार बनाएंगे। तीनों पार्टियों के नेता एक साथ आए थे ताकि सरकार बन सके। कुछ निर्दलीय विधायकों का भी समर्थन हमारे पास था। हमारे पास 170 तक संख्या पहुंच गई थी। सुबह साढ़े बजे राज्यपाल गर्वनर हाउस में मौजूद थे लेकिन अचानक खबर आई कि अजीत पवार उपमुख्यमंत्री के तौर पर शपथ ले रहे हैं। यह उनका निजी निर्णय है। यह राष्ट्रवादी कांग्रेस से अलग निर्णय है। मैं आश्वस्त हूं कि कोई भी कार्यकर्ता एनसीपी का भाजपा के साथ नहीं जाएगा। जो सोच रहे हैं कि वह भाजपा के साथ जाएंगे उन्हें कायदा कानून मालूम होना च ाहिए। जो इस तरह का निर्णय लेंगे वह महाराष्ट्र की जनता देखेगी। हमें जो भी निर्णय, एक्शन लेना होगा वह हम लेंगे। जबसे यह घटना घटी है तो कुछ लोगों ने हमसे संपर्क साध है।
डा. शिंदे हैं जिन्होंने हमसे संपर्क बनाया है। डा. शिंदे ने कहा कि मुझे अजीत पवार का फोन आया था और मुझे धन्नजय मुंडे के बंगले पर बुलाया गया था। हम जब राजभवन पहुंचे हमें बिलकुल अंदाजा नहीं था कि हम वहां क्यों गए हैं। देवेंन्द्र फड़णवीस ने वहां शपथ ली। इसका हमें बिलकुल अंदाजा नहीं था। मैं शरद पवार के साथ हूं एनसीपी के साथ हूं। मुझे बिलकुल अंदाजा नहीं था कि हमें वहां क्यों ले जाया जा रहा है। एक अन्य विधायक ने कहा कि अजीत पवार ने फोन कर हमें बुलाया। शरद पवार ने कहा कि जो एमएलए उनके साथ गए थे वह हमारे साथ आ रहे हैं। राजेंन्द्र शिगने ने कहा कि हमें पता ही नहीं था कि हमें राजभवन क्यो ले जाया जा रहा है। इसके बाद शरद पवार ने कहा कि इन बातों से दो बातें निकल कर आती है। सभी पार्टियां अपने विधायकों का हस्ताक्षर लेकर रखते हैं। 54 विधायकों के हस्ताक्षर की चिट्ठी उनके पास थी तो मुझे लगता है कि उसी पर कवरिंग लेटर लगाकर अजीत पवार वहां गए। वह सदन में अपना बहुमत नहीं साबित कर पाएंगे। हमारा निर्णय था कि हम शिवसेना के नेतृत्व में ही सरकार बनाएंगे। हमें राज्यपाल ने 30 नवंबर तक का समय दिया था। हम एक हैं और एक साथ ही सरकार बनाएंगे। उद्धव ठाकरे ने कहा कि यह जो खेल चल रहा है वह पूरा देश देख रहा है। उद्धव ठाकरे ने भाजपा पर जमकर हमला बोला। हम पर इल्जाम लगाया जा रहा है।
शिवसेना जो करती है वह डंके की चोट पर करती है। दिन के उजाले में करती है। यह लोगों को तोड़ने का काम करते है जबकि हम लोगों को जोड़ने का काम करते हैं। इससे एक ही चीज साबित होती है कि उन्हें केवल मैं चाहिए, हमें मित्र पक्ष नहीं चाहिए, विरोधी पक्ष नहीं चाहिए। सह छत्रपति शिवाजी के महाराष्ट्र में सर्जिकल स्ट्राइक हुआ है। शरद पवार ने अजीत पवार को लेकर कहा कि जो भी निर्णय होगा हम पार्टी के अंदर लेंगे। एक व्यक्ति निर्णय नहीं लेगा। मुझे इसकी चिंता नहीं है। ऐसा मेरे साथ पहले भी हो चुका है। हमारी पार्टी से लोग निकल गए थे लेकिन उसके बाद भी चुनावों में हम वापिस आए। उन्होंने कहा कि हम कल भी साथ थे आज भी हम साथ कांन्फ्रेंस कर रहे हैं। आगे का कोर्स आॅफ एक्शन तय करेंगे। हमारे पास नंबर है सरकार हम बनाएंगे। अजीत पवार के बारे में अनुशासनात्मक कमेटी निर्णय लेगी। फोटो देखने में वहां 10 से 12 एमएलए शपथ ग्रहण में वहां थे जिसमें से 2 तो आप यहां देख रहे हैं।