नई दिल्ली। दिल्ली में हुए निर्भया गैंगरेप मामले में दोषियों को जल्द फांसी की सजा देने की मांग वाली याचिका पर आज पटियाला हाउस कोर्ट में सुनवाई पूरी हुई। निर्भया के माता पिता की ओर से दोषियों के खिलाफ डेथ वारंट जारी करने की मांग कोर्ट के सामने रखी गई थी। यह मामला सन 2012 का है और इस मामले में सुप्रीम कोर्ट ने भी फैसला सुना दिया है। दोषियों को फांसी की सजा दी गई है लेकिन अब तक सजा पर अमल नहीं हो सका है जिसकी वजह से निर्भया के माता पिता ने कोर्ट में दोषियों के खिलाफ डेथ वारंट जारी करने की याचिका दायर की है। दरअसल साल 2012 के दिसंबर महीने में निर्भया के साथ बुरी तरह से गैंगरेप किया गया था और उसे अधमरी हालत में सड़क पर फेंक दिया गया था। कुछ दिनों के बाद निर्भया की मौत हो गई थी। वीडियों कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए कोर्ट की कार्रवाई की जा रही है।
-निर्भया केस में दिल्ली के पटियाला हाउस कोर्ट में सुनवाई के दौरान अभियोजन पक्ष ने दोषियों के फांसी की सजा के लिए डेथ वारंज जारी करने की मांग की है। दोषियों ने विशेष अदालत से कहा कि वे क्यूरेटिव पेटिशन दाखिल करने जा रहे हैं।
-निर्भया के माता-पिता को न्याय मिला और उनका लंबा इंतजार खत्म हुआ और पटियाला हाउस कोर्ट ने निर्भया के दोषियों के लिए डेथ वारंट जारी किया। दोषियों को 22 जनवरी को सुबह सात बजे फांसी दी जाएगी।
-इस मामले में वीडियों कांफ्रेंसिंग के जरिए दोषियों की पेशी हुई। कार्रवाई के दौरान निर्भया की मां अदालत में ही रो पड़ी। सरकारी वकील ने अदालत से डेथ वारंट जारी करने की अपील की थी। जबकि दोषियों के वकील ने अदालत में कहा कि वह क्यूरेटिव याचिका दायर करने की प्रक्रिया पूरी करेंगे। अदालत में कार्रवाई के दौरान दोषी अक्षय ने कहा कि वह निर्दोष है और कहा कि मुझे फंसाया गया है।
-डेथ वारंट जारी होने के बाद निर्भया की मां ने कहा कि दोषियों को फांसी की सजा दिए जाने से देश में लोगों को न्याय व्यवस्था में विश्वास बढ़ेगा।