नई दिल्ली। महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव हुए अब ग्यारह दिन हो चुके हैं और सरकार गठन पर अब भी गतिरोध जारी है। भाजपा और शिवसेना के बीच मामला फिट नहीं बैठ पा रहा। शिवसेना ने भी अपने तेवर गर्म कर रखे थे। वहीं दूसरी ओर भाजपा भी झुकने को तैयार नहीं हो रही है। अब देखना यह है कि सरकार पर गतिरोध कब जाकर खत्म होता है। इन गतिरोधों के बीच महराष्टÑ के मुख्यमंत्री देवेन्द्र फड़णवीस केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मिले। यह मुलाकात करीब 40 मिनट यह मुलाकात चली। इस मुलाकात के बाद फड़णवीस ने बताया कि गृहमंत्री से किसानों के मुद्दे पर चर्चा हुई। केन्द्र सरकार को उनकी मदद करनी चाहिए। उन्होंने बताया कि प्राथमिक अंदाज जो है वह केन्द्र सरकार को बताया है। नुकसान का अंदाज लगाने के लिए केन्द्र सरकार को कहा गया है कि तुरंत भेजे। महाराष्ट्र को जल्द से जल्द सरकार की आवश्यकता है और यहां जल्द से जल्द सरकार बनेगी। फड़णवीस ने अमित शाह से बेमौसम बारिश से फसल की बबार्दी पर किसानों के लिए और मदद की मांग की है। भाजपा और शिवसेना के बीच मुख्यमंत्री पद को लेकर खींचतान चल रही है। फडणवीस की शाह से मुलाकात के दौरान बेमौसम बारिश से प्रभावित राज्य के किसानों को राष्ट्रीय आपदा राहत कोष से मदद दिलाने पर चर्चा की बात कही जा रही है। राज्य सरकार ने प्रभावित किसानों को 10 हजार करोड़ रुपये का राहत पैकेज देने का ऐलान किया है, हालांकि भाजपा की सहयोगी शिवसेना के साथ साथ कांग्रेस और राकांपा ने भी इस पैकेज को अपर्याप्त बताया है। राज्य सरकार ने कहा है कि बेमौसम बारिश से 52.44 लाख हेक्टेयर जमीन पर फसल बर्बाद हुई है। महाराष्ट्र की मौजूदा विधानसभा का कार्यकाल नौ नवंबर को खत्म हो जाएगा। वहीं दूसरी ओर नए समीकरण भी बन सकते हैं। एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार भी सोमवार को दिल्ला पहुंच रहे हैं और वह कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात करेंगे। हालांकि अभी तक शरद पवार और सोनिया गांधी के मुलाकात करने की आधिकारिक पुष्टि नहीं हो पाई है। वहीं दूसरी ओर शिवसेना भी सोमवार को राज्यपाल से मुलाकात करेगी। इस दौरान शिवेसना के नेता संजय राउत राज्यपाल को चुनाव बाद महाराष्ट्र में उपजे राजनीतिक हालात की जानकारी देंगे।