नीरज कौशिक, महेंद्रगढ़:
- जिला को कैटल फ्री करने की दिशा में सुझाव मांगे
- गौशालाओं में ओर बेहतर प्रबंधन रखने का आह्वान
आवारा गोवंश के संबंध में आज उपायुक्त डॉ. जयकृष्ण आभीर ने लघु सचिवालय में जिला की विभिन्न गौशालाओं के प्रतिनिधियों की बैठक बुलाई। इस बैठक में उपायुक्त ने जिला को कैटल फ्री करने की दिशा में सुझाव मांगे।
नगर परिषद में अलग से नंदी शाला बनाने की मांग
डीसी ने कहा कि आने वाले रबी फसल के सीजन को देखते हुए सभी गौशाला संचालक अपने यहां गायों को रखने की व्यवस्था करें। सभी गौशाला संचालक गौशालाओं में अलग से नंदियों के लिए भी व्यवस्था करें। इससे गौशालाओं में व्यवस्था बनाने में आसानी रहेगी। उन्होंने कहा कि भविष्य में जल्द ही गौशालाओं में चारे के लिए सरकार की ओर से ग्रांट मिलेगी। उन्होंने कहा कि गौशाला संचालक कटाई के सीजन पर चारे का स्टोर करें ताकि बाद में चारा महंगा होने के कारण कोई किल्लत ना हो। इस मौके पर गौशाला संचालकों ने उपायुक्त के समक्ष सभी नगर पालिका तथा नगर परिषद में अलग से नंदी शाला बनाने की मांग की। इस पर उपायुक्त ने विचार करने की बात कही।
इस मौके पर मौजूद
इस मौके पर गौशाला संचालकों ने लंबी स्किन बीमारी को समय रहते काबू करने पर पशुपालन विभाग तथा जिला प्रशासन का धन्यवाद किया। उन्होंने कहा कि समय रहते टीकाकरण होने के कारण जिला में गोवंश की हानि नहीं हुई। उपायुक्त ने कहा कि सभी गौशाला संचालक अपनी गौशालाओं में आसपास के गांव को जोड़ें। अपने-अपने क्षेत्र बांट कर गोवंश को गौशालाओं में रखने का कार्य करें। सड़कों पर गोवंश घूमने से जहां दुर्घटनाओं का अंदेशा रहता है वहीं फसल बिजाई के बाद आवारा पशुओं के कारण फसल की बर्बादी भी होती है। इस मौके पर पशुपालन विभाग के डीडीए डॉ. नसीब सिंह के अलावा अन्य विभागों के अधिकारी भी मौजूद थे।
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