आज समाज डिजिटल, पानीपत:
पानीपत। डीसी सुशील सारवान ने कहा कि बच्चों के सर्वांगीण विकास के लिए उनका शारीरिक एवं मानसिक रूप से स्वस्थ होना बहुत जरूरी है। कुपोषण के कारण अक्सर बच्चों का शारीरिक विकास रुक जाता है। बच्चों के पोषण स्तर को सुधारने और कुपोषण मुक्त हरियाणा के लिए सरकार हर भरसक प्रयास कर रही है। केंद्र और राज्य सरकार द्वारा कुपोषण मुक्त भारत के लिए चलाए जा रहे अभियान के बारे में उन्होंंने कहा कि पोषण अभियान सिर्फ एक कार्यक्रम न होकर एक जन आंदोलन व भागीदारी है।
गर्भवती महिलाओं की विभाग द्वारा काउसलिंग की जाती है
उन्होंने अभियान के लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए सभी जिलावासियों का आह्वान किया है। डीसी ने कहा कि कुपोषण को दूर करने के लिए सरकार के निर्देशों की पालना में जिला में कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं। बच्चों को पोषण से परिपूर्ण आहार खिलाया जा रहा है। बच्चों व महिलाओं को खाने में फोर्टिफाइड आटा, चावल और दूध से लेकर कई पोषक चीजों का सेवन करवाया जा रहा है। महिला एवं बाल विकास विभाग की और से पोषण अभियान में जिला समन्वयक्त डॉ. श्रेया मिढ्ढा ने जानकारी देते हुए बताया कि गर्भवती महिलाओं की विभाग द्वारा काउसलिंग की जाती है। उन्होंने बताया कि गर्भवती महिलाओं को पोषण युक्त भोजन और हरी सब्जी के साथ-साथ विटाामिनों से भरपूर खान-पान की सलाह दी जाती है, ताकि उनमें या बच्चे में खुन की कमी न हों।
महिलाओं व बच्चों को यह कराया जाता है उपलब्ध
उन्होंने बताया कि विभाग की ओर से गर्भवती महिलाओं के लिए प्रधानमंत्री मातृत्व वंदना योजना के तहत गर्भवस्था के दौरान पांच हजार रूपये की राशि उपलब्ध करवाई जाती है ताकि वह अपनी व अपने बच्चे की गर्भावस्था के दौरान अच्छी प्रकार से देखभाल कर सकें। सोमवार को मीठा दलिया, मंगलवार को सब्जी पूरी, बुधवार को मीठा चावल, वीरवार गुलगुले, शुक्रवार को भरवा पराठा, शनिवार को चावल के पुलाव तथा समय-समय पर दूध का सफेद पाऊडर भी उपलब्ध करवाया जाता है।