गत माह अनियमितता पाये जाने पर 7 रिटेल/होलसेल ड्रग विक्रेताओं के लाईसेंस किए सस्पेंड, 3 को दिए नोटिस

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DC said - keep a close watch on drug sales and drug smugglers
DC said - keep a close watch on drug sales and drug smugglers

प्रवीण वालिया, करनाल :
उपायुक्त अनीश यादव ने कहा कि नशा जैसी सामाजिक बुराई को रोकने के लिए नशे से ज्यादा प्रभावित गांवों में अधिक से अधिक जागरूकता कैंप लगाने के लिए ग्राम पंचायतों का सहयोग लिया जाए। इसके अलावा कैंपों में डॉक्टरों, परामर्शदाताओं की ड्यूटी लगाई जाए और नशे के आदी लोगों को नशा छोडऩे के लिए प्रेरित करें तथा उन्हें नशा मुक्ति केन्द्र तक पहुंचाना सुनिश्चित किया जाए ताकि लोग नशे की गिरफ्त से बाहर आ सकें। इसके अलावा नशीली दवाओं की बिक्री व ड्रग तस्करी को रोकने के लिए स्वास्थ्य विभाग तथा ड्रग कंट्रोलर, रिटेल/होलसेल ड्रग विक्रेताओं की दुकानों पर कड़ी नजर रखें और रेड बढ़ाएं, अनियमितताएं पाए जाने पर संबंधित के खिलाफ कार्यवाही अमल में लाई जाए।

डीसी बोले – नशीली दवाओं की बिक्री व ड्रग तस्करों पर रखें कड़ी नजर

बैठक में उपायुक्त ने सभी एसडीएम को निर्देश दिए कि वे अपने-अपने क्षेत्रों में स्थापित नशा मुक्ति केन्द्रों पर महीने में तीन बार अवश्य दौरा करें और वहां चल रही गतिविधियों के बारे में जानकारी लें। उन्होंने यह भी कहा कि वे भी नशा मुक्त भारत अभियान के तहत पंचायतों के सहयोग से जागरूकता कैंप आयोजित करें ताकि नशा जैसी सामाजिक बुराई को जड़ से समाप्त किया जा सके।

इस अवसर पर पुलिस अधीक्षक गंगाराम पुनिया ने कहा कि नशा मुक्त भारत अभियान के तहत जिला व उपमंडल स्तर पर नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो की टीम का गठन किया गया है। अब इसका दायरा बढ़ाते हुए गांव स्तर पर भी कमेटी का गठन किया जाए। उन्होंने कहा कि अब पंचायती राज संस्थाओं के चुनाव सम्पन्न हो चुके हैं। इस कार्य में नव निर्वाचित ग्राम पंचायत का सहयोग लेकर जल्द से जल्द ग्राम स्तर पर कमेटियों का गठन करवाना सुनिश्चित किया जाए।

नशा मुक्ति केन्द्रों द्वारा 9 कैंप आयोजित

बैठक में सिविल सर्जन डॉ. योगेश शर्मा ने बताया कि नशा मुक्त भारत अभियान के तहत जिला में स्वास्थ्य विभाग व अन्य नशा मुक्ति केन्द्रों द्वारा 9 कैंप आयोजित किए गए जिसमें नशे से प्रभावित 73 लोगों की पहचान की गई है और उनको नशा छोडऩे बारे परामर्श दिया गया तथा उन्हें जिला में स्थापित नशा मुक्ति केन्द्रों पर उपचार के लिए भेज दिया गया है। उन्होंने बताया कि नशा मुक्त भारत अभियान के तहत जिला की सभी पीएचसी में 33 कलस्टर बनाए गए हैं, जहां आसपास के गांवों के लोगों को नशे की बुराई से दूर रहने के लिए परामर्श तथा निशुल्क ईलाज दिया जाता है।

इस अवसर पर एडीसी डॉ. वैशाली शर्मा, एसडीएम करनाल अनुभव मेहता, एसडीएम घरौंडा अभय सिंह जांगड़ा, जिला न्यायवादी डॉ. पंकज, जिला शिक्षा अधिकारी राजपाल चौधरी, जिला समाज कल्याण अधिकारी सत्यवान ढिलौड़ सहित अन्य विभागों के अधिकारी मौजूद रहे।

होलसेल ड्रग विक्रेताओं के लाईसेंस किए सस्पेंड

बैठक में सीनियर ड्रग कंट्रोल ऑफिसर गुरचरण सिंह ने उपायुक्त को अवगत कराया कि उनकी टीम द्वारा नवम्बर माह में निरीक्षण के दौरान 7 रिटेल/होलसेल दवाई विक्रेताओं की दुकानों में नशे में प्रयोग होने वाली दवाओं का पूर्ण बिक्री रिकॉर्ड सही प्रकार से न पाए जाने पर लाईसेंस रद्द किया गया। सीनियर ड्रग कंट्रोल ऑफिसर गुरचरण सिंह ने बताया कि इनमें कुंजपुरा रोड़ पर स्थापित कपिश मेडिकैंप व केसरी मेडिकल एजेंसी, असंध के सांई मेडिकल स्टोर, फ्रेन्डस मेडिकोज व तनिष मेडिकोज तथा घरौंडा के जगदम्बा मेडिकोज व अमरसन्स मेडिकल स्टोर शामिल है। इसके अलावा 3 को नोटिस जारी किए गए हैं, इनमें गांव दरड़ में दक्ष मेडिकल स्टोर, अशोक नगर करनाल में चांद मेडिकोज तथा करनाल मोटर्स के पीछे जीटी रोड पर स्थित लक्ष्मी फार्मा शामिल है।

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