गगन बावा, गुरदासपुर:
डीसी मोहम्मद इशफाक की ओर से फसलों की पराली को आग न लगाकर अगली फसल पैदा करने वाले किसानों को सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में जिले के विभिन्न ब्लॉकों के किसानों को सम्मानित किया गया। इस मौके पर मुख्य कृषि अधिकारी डॉ सुरेंद्र सिंह, रणधीर ठाकुर, हरमनजीत सिंह, प्रभजोत सिंह कृषि अधिकारी आदि मौजूद थे।
डीसी ने कहा कि पराली को सही ढंग से संभालने वाले किसान जिले के लिए मिसाल हैं, जिन्होंने पराली को आग लगाने की बजाय खेतों में ही दबाकर अगली फसल की बुवाई की है। उन्होंने किसानों को अपील करते कहा कि वह पर्यावरण को साफ सुथरा रखने, अपनी और अपने परिवार व आसपास के लोगों की सेहत को ध्यान में रखते पराली को आग ना लगाएं। उन्होंने बताया कि कृषि विभाग आधुनिक कृषि मशीनरी जैसे रोटावेटर हैप्पीसीडर और मल्चर आदि सब्सिडी पर मुहैया करा रहा है। किसानों को इनका प्रयोग करना चाहिए।
इस मौके पर किसान पलविंदर सिंह ने बताया कि वह पराली को आग लगाने की बजाय हैप्पी सीडर से अगली फसल की बुवाई करता है, जिससे उसकी फसल का उत्पादन बढ़ा है और भूमि की उपजाऊ शक्ति भी बरकरार है। उन्होंने किसानों को अपील की कि वे पराली को न जलाएं। एक अनन्या किसान ने अपने साथियों को अपील करते कहा कि समय की नजाकत को पहचानते हुए फसलों के अवशेषों को जलाना नहीं चाहिए। आधुनिक ढंग से खेती करनी चाहिए और दिन प्रतिदिन बढ़ रहे पर्यावरण पोलूशन से बचने के लिए पराली को जलाने से गुरेज करना चाहिए।
इस मौके पर मुख्य कृषि अधिकारी डॉ सुरेंद्र सिंह ने किसानों का धन्यवाद करते कहा कि कृषि विभाग हमेशा उन्हें सहयोग देने के लिए वचनबद्ध है। उन्होंने किसानों को अपील करते कहा कि वह पराली को आग लगाने की बजाय सुपर सीडर और रोटावेटर का प्रयोग कर इसे जमीन में मिलाकर अगली फसल की बुवाई कर सकते हैं। इस विधि से फसल के उत्पादन और गुणवत्ता में वृद्धि होती है। उन्होंने आगे कहा कि विभाग की ओर से जिले के किसानों को पराली के संभाल के प्रति जागरूक करने के लिए ग्रामीण स्तर पर जागरूकता मुहिम चलाई गई है और किसानों को पराली खेतों में ही दबाने के लिए जागरूक किया जा रहा है।