डीसी बने ड्राईवर- चालक की सेवानिवृति पर गाड़ी में खुद छोड़ने गए उसके घर

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डीसी बने ड्राईवर- चालक की सेवानिवृति पर गाड़ी में खुद छोड़ने गए उसके घर
डीसी बने ड्राईवर- चालक की सेवानिवृति पर गाड़ी में खुद छोड़ने गए उसके घर
आज समाज डिजिटल, पानीपत:
पानीपत। डीसी सुशील सारवान मंगलवार को उस समय बहुत ही भावुक हो गए जब उनके चालक सुरेश करीब 30 साल की सेवा कर अपनी नौकरी से सेवानिवृत हुए और खुद डीसी अपने चालक सुरेश के ड्राईवर बने और उन्हें ज्योति कॉलोनी स्थित उनके घर तक छोड़ने भी गए। डीसी सुशील सारवान ने बेहद अनुकरणीय उदाहरण प्रस्तुत किया है, जिसकी चंहु ओर प्रशंसा की जा रही है।

 

डीसी बने ड्राईवर- चालक की सेवानिवृति पर गाड़ी में खुद छोड़ने गए उसके घर
डीसी बने ड्राईवर- चालक की सेवानिवृति पर गाड़ी में खुद छोड़ने गए उसके घर

मैं स्वयं चालक बनकर अपने आप को गौरवान्वित महसूस कर रहा हूं: डीसी

डीसी सुशील सारवान ने कहा कि यह मेरे लिए बहुत ही भावनाओं से भरा हुआ क्षण है क्योंकि सुरेश कुमार ने बतौर चालक उनके साथ अच्छा काम किया है। आज मैं स्वयं चालक बनकर अपने आप को गौरवान्वित महसूस कर रहा हूं, क्योंकि पहले मैं जिस सीट पर बैठता था आज सुरेश उस सीट पर अपनी पत्नी सहित बैठा है। ऐसा क्षण किसी भी उपायुक्त के लिए बहुत अहम होता है।

 

डीसी बने ड्राईवर- चालक की सेवानिवृति पर गाड़ी में खुद छोड़ने गए उसके घर
डीसी बने ड्राईवर- चालक की सेवानिवृति पर गाड़ी में खुद छोड़ने गए उसके घर

इस पल को ताउम्र याद रखेंगे: चालक सुरेश कुमार

इसके साथ-साथ तहसील कार्यालय के क्लर्क कृष्णालाल जुनेजा भी मंगलवार को सेवानिवृत हुए। उन्हें भी उपायुक्त ने सम्मान देते हुए उनका स्वागत किया। कृष्णलाल जुनेजा को भी तहसीलदार की गाड़ी में उनके घर तक ले जाया गया। इस मौके पर चालक सुरेश कुमार व क्लर्क कृष्णलाल जुनेजा के भी परिजन उपस्थित रहे। चालक सुरेश कुमार ने उपायुक्त सुशील सारवान द्वारा दिए गए सम्मान से अभिभूत होकर कहा कि वे इस पल को ताउम्र याद रखेंगे।

 

 

डीसी बने ड्राईवर- चालक की सेवानिवृति पर गाड़ी में खुद छोड़ने गए उसके घर
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