Election Commision Of India, चंडीगढ़ : हरियाणा सहित कई राज्यों में राज्यसभा चुनाव के लिए तारीख घोषित कर दी गई है. इलेक्शन कमीशन ऑफ इंडिया ने इस संबंध में शेड्यूल का नोटिफिकेशन जारी कर दिया है. इन सभी राज्यों में 3 सितंबर को राज्यसभा चुनाव के लिए मतदान होगा.
चुनाव आयोग ने जारी किया शेड्यूल
चुनाव आयोग की अधिसूचना के मुताबिक, 3 सितंबर को सुबह 9 बजे से शाम 4 बजे तक राज्यसभा के लिए वोट डाले जाएंगे. मतदान हो जाने के बाद उसी दिन राज्यसभा चुनाव के नतीजे घोषित कर दिए जाएंगे. राज्यसभा चुनाव के लिए आवेदन दाखिल करने की प्रक्रिया 14 अगस्त से शुरू हो जाएगी और 21 अगस्त तक उम्मीदवार अपना आवेदन दाखिल कर सकेंगे. 27 अगस्त तक उम्मीदवार अपना नामांकन वापस ले सकते हैं.
दीपेंद्र सिंह हुड्डा के इस्तीफे से खाली हुई सीट
हरियाणा में राज्यसभा की 5 सीटें हैं. दीपेंद्र हुड्डा के रोहतक लोकसभा सीट से जीत दर्ज करने के बाद हरियाणा में एक राज्यसभा सीट खाली हो गई थी और अब इसी सीट पर उपचुनाव हो रहा है.
क्या है हरियाणा विधानसभा की वर्तमान स्थिति
राज्यसभा चुनाव में विधायक मैदान में उतरे उम्मीदवार को वोट देते हैं. जिस पार्टी के पास सदन में आधे से ज्यादा विधायक होंगे, उसका उम्मीदवार जीत को लेकर आश्वस्त होगा, लेकिन हरियाणा विधानसभा में वर्तमान में जो स्थिति है, वो कुछ ऐसी है कि विपक्ष चाह कर भी उम्मीदवार उतारने की हिम्मत शायद ही कर पाए. अभी हरियाणा विधानसभा में सदस्यों की संख्या 87 है, जिसमें बीजेपी के 41, एक निर्दलीय और हलोपा के विधायक का उसको समर्थन है, यानि BJP का आंकड़ा 43 दिखाई देता है.
कांग्रेस के 29 विधायक है, जिनमें से तीन निर्दलीय विधायकों का उन्हें समर्थन प्राप्त हैं, उनका आंकड़ा 32 दिखाई देता है. वहीं, जेजेपी के 10, इनेलो का एक विधायक सदन में है. कांग्रेस की विधायक किरण चौधरी अभी बीजेपी के पाले में है और स्पीकर का उनकी विधायकी को लेकर कोई फैसला नहीं आया है. इसके अलावा, JJP ने भी उसके दो विधायकों के खिलाफ एक्शन लेने के लिए विधानसभा स्पीकर को पत्र लिख रखा है.
यानि विपक्ष के कुल 3 विधायकों की सदस्यता का फैसला तो स्पीकर ज्ञान चंद गुप्ता के पास अटका पड़ा है. ऐसे में स्पीकर कोई एक्शन ले या नहीं ले, ये उनके विवेक पर निर्भर करता है. बीजेपी को किरण चौधरी के साथ जेजेपी के दो विधायकों का समर्थन हासिल है.