नीरज कौशिक, महेंद्रगढ़:
- अग्रवाल सभा के प्रधान नवीन मित्तल ने दीप प्रज्ज्वलित कर किया लीला का शुभारम्भ
रामलीला परिषद के राजाराम पालडी रंगमंच पर दशरथ मरण व भरत मिलाप की भाव विभोर कर देने वाली लीला का मंचन किया गया। इस मौके पर अग्रवाल सभा के प्रधान नवीन मित्तल ने मां सरस्वती के समक्ष दीप प्रज्ज्वलित कर लीला का शुभारंभ किया। अध्यक्षता कर रहे दुर्गादत्त गोयल ने उपस्थिति को संबोधित करते हुए भगवान राम की मानवीय लीलाओं पर विस्तार से प्रकाश डाला।
स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया
रामलीला परिषद के मंच पर प्रथम दृश्य के रूप में राम लक्ष्मण व जानकी के वियोग में दशरथ मरण पर कलाकार कुलदीप कानौड़िया के एक-एक संवाद पर दर्शक दिल से जुड़ गए। सुंदर प्रकाश व्यवस्था व फ्लैशबैक में श्रवण कुमार, ज्ञानवती व शान्तनु की रूहों पर आधारित दृश्य ने दशरथ के बेहतरीन संवादों के साथ सार्थकता उत्पन्न कर दी। वहीं दूसरी और भरत मिलाप के हृदय स्पर्श करने वाले दृश्य ने दर्शकों को भाव विभोर कर दिया। राम के अभिनय में रवि सैनी, लक्ष्मण नीरज तिवाड़ी, भरत सत्यकाम कनौड़िया, केकई ललित खोरीवाला का अभिनय काफी सराहा गया। नवोदित कलाकार अतुल लामड़ीवाल ने सुमन्त के अभिनय में जान डालते हुए अपनी उपस्थिति दर्ज करवायी। परिषद के संगीत महानिदेशक राम अवतार शास्त्री, प्रधान दिनकर बोहरा, अजय कनौड़िया, अनिल सेठ, राजेश बोहरा, बिट्टू सैनी ने अतिथियों को पटका, अंगवस्त्र, स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया।
इस अवसर पर परिषद के संरक्षक चेतन प्रकाश गौड़, दयाशंकर तिवाड़ी, पूर्व डायरेक्टर अनिल कौशिक, कार्यकारी प्रधान अमित मिश्रा, घीसाराम सैनी, सोहन टैनी, गिरीश कनौड़िया, दिलीप गोस्वामी, प्रमोद तिवाड़ी, बॉबी हलवाई सहित हजारों की संख्या में लोग उपस्थित थे।
केवट राम के संवाद रहे चर्चा का विषय
राजाराम पालडी रंगमंच पर अभिनीत केवट राम के संवाद ने दर्शा दिया कि रामलीला परिषद के कलाकार कुछ अलग हटकर करते हैं। केवट के अभिनय में सत श्रवण और राम के अभिनय में रवि सैनी ने भगवान और भक्त की महिमा को चरितार्थ कर दिया।