प्रवीण वालिया, करनाल :
डेयरी शिफ्टिंग मामले को लेकर नगर निगम की ओर से एक अच्छा निर्णय लिया गया है। जिसमें जो डेयरी संचालक आगामी 30 सितम्बर तक, पिंगली स्थित डेयरी कॉम्पलैक्स में अपने प्लॉट की नींव भर लेगा, उस प्लॉट में 3 फुट तक मिट्टी की भरपाई नगर निगम अपने खर्चे पर करवाएगा। डेयरी संचालक पहले आओ-पहले पाओ के आधार पर इस सुविधा का लाभ उठा सकते हैं। नगर निगम आयुक्त डॉ. मनोज कुमार ने निगम के अधिकारियों के साथ एक मीटिंग कर इस फैसले पर अपनी मुहर लगाई। साथ में यह भी चेतावनी दी कि 15 सितम्बर तक जो डेयरी संचालक नींव भरने जैसे कार्य में कोई दिलचस्पी नहीं लेगा, तो उसके पशुओं को बलपूर्वक शहर से बाहर किया जाएगा। उन्होंने मीटिंग में मौजूद अधिकारियों से कहा कि डेयरी संचालकों की सुविधा के लिए सभी प्लॉटो की पुन: निशानदेही करके उनके नम्बर लगा दें। प्लॉट की जानकारी मांगने पर हर तरह से कॉपरेट करें।
निगमायुक्त ने बताया कि डेयरी शिफ्टिंग मामले में पहले ही काफी विलम्ब हो चुका है। डेयरी मालिकों की मांग पर नगर निगम ने डेयरी शिफ्टिंग स्थल पर पक्की सड़कें, बिजली की लाईने और पानी की 1 किलोमीटर तक लम्बी लाईन बिछा दी है। प्लॉट धारक बिजली कनैक्शन के लिए अप्लाई करें। तुरंत मिलेगा। पानी का कनैक्शन हर प्लॉट तक दिया जाएगा। यानि सभी सुविधाएं कर दी गई हैं। अब डेयरी संचालकों को वहां जाने में देरी नहीं करनी चाहिए। यह मामला डेयरी मालिक और शहर दोनों के हित में है। डेयरियों को हर हाल में शहर से बाहर जाना होगा। वैसे भी शहर की साफ-सफाई, सीवर लाईनो के समूचित निकासी में डेयरी से निकलने वाला मल-मूत्र बाधक बनता है। शहर के नागरिकों की भी इसे लेकर आए दिन शिकायतें आती हैं। मीटिंग में उप निगमायुक्त धीरज कुमार, कार्यकारी अभियंता अक्षय भारद्वाज, सतीश शर्मा व मोनिका शर्मा, सचिव बल सिंह, वरिष्ठ सफाई निरीक्षक सुरेन्द्र चोपड़ा, नायब तहसीलदार रोशन लाल, कानूनगो सुरेश शर्मा, लैंड अस्सिटेंट प्रदीप शर्मा तथा जेई कृष्ण कुमार मौजूद रहे।
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