• लक्ष्मी था रतन रतन  मोहिनी का जन्म का नाम
  • अंतिम संस्कार की तिथि की घोषणा तय नहीं

Dadi Ratan Mohini Died,(आज समाज), अहमदाबाद: आध्यात्मिक नेता और ब्रह्माकुमारीज संस्थान (आबूरोड) की मुख्य प्रशासक दादी रतन मोहिनी का निधन हो गया है। वह 100 वर्ष की थीं। इसी साल 25 मार्च को उनका 100वां जन्मदिन मनाया गया। सूत्रों के अनुसार सोमवार को आधी रात के आसपास दादी रतन मोहिनी की हालत गंभीर हो गई और उन्हें अहमदाबाद के ज़ाइडस अस्पताल ले जाया गया। लगभग सवा एक बजे उन्होंने अंतिम सांस ली।

ब्रह्माकुमारीज की दूसरी प्रमुख थीं दादी रतन मोहिनी

दादी रतन मोहिनी ब्रह्माकुमारीज की दूसरी प्रमुख थीं, जिन्होंने एक शताब्दी का उल्लेखनीय मील का पत्थर हासिल किया। पहली, दादी जानकी (1 जनवरी, 1916 – 27 मार्च, 2020) ने भी संगठन की प्रमुख के रूप में कार्य किया।

अंतिम संस्कार की तिथि की घोषणा जल्द

संस्थान के मिली जानकारी के अनुसार दादी रतन मोहिनी पिछले एक हफ्ते से बीमार थीं। उनके पार्थिव शरीर को अंतिम दर्शन के लिए आज अहमदाबाद से आबूरोड स्थित ब्रह्मकुमारी संस्थान के इंटरनेशनल हेडर्क्वाटर लाया गया है। संस्थान के पदाधिकारी जल्द अंतिम संस्कार की तिथि की घोषणा करेंगे।

धर्मपरायण परिवार में हुआ पालन-पोषण

25 मार्च, 1925 को हैदराबाद, सिंध में जन्मी दादी रतन मोहिनी का मूल नाम लक्ष्मी था। उनका पालन-पोषण एक समृद्ध और धर्मपरायण परिवार में हुआ। बचपन से ही रतन मोहिनी की अध्यात्मिकता व पूजा-पाठ में दिलचस्पी थी। इसी कारण 13 वर्ष की उम्र में ब्रह्माकुमारी के संपर्क मे आने के बाद वे लगातार संस्थान से जुड़ी रही और इसकी की स्थापना में अहम भूमिका निभाई।

1954 में जापान में ब्रह्मा कुमारियों का प्रतिनिधित्व किया

ब्रह्मा कुमारियों के प्रति उनकी भक्ति उन्हें हैदराबाद और कराची में उनकी जड़ों से अंतरराष्ट्रीय सेवा तक ले गई। 1954 में, उन्होंने जापान में विश्व शांति सम्मेलन में ब्रह्मा कुमारियों का प्रतिनिधित्व किया, और बाद में उन्होंने हांगकांग, सिंगापुर और मलेशिया में आध्यात्मिक सेवा करते हुए पूरे एशिया की यात्रा की।

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